नईदिल्ली: रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट में अपनी ‘नई पारी’ की शुरुआत धमाकेदार अंदाज में की है. उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले ही टेस्ट मैच में शतक ठोक दिया है. रोहित शर्मा इस मैच में बतौर ओपनर उतरे हैं. इस तरह उन्होंने बतौर ओपनर अपने पहले ही टेस्ट मैच में शतक जमा दिया. रोहित ने अपने इस शतक से उन आलोचकों को करारा जवाब दिया है, जो उनके ओपनिंग करने को लेकर सवाल उठा रहे थे.
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच बुधवार को विशाखापत्तनम में टेस्ट मैच शुरू हुआ. भारत ने टॉस जीता और पहले बैटिंग का फैसला लिया. मेजबान टीम की ओर से रोहित शर्मा और मयंक अग्रवाल ओपनिंग करने उतरे. रोहित शर्मा पहली बार टेस्ट मैच में बतौर ओपनर खेल रहे हैं. मयंक अग्रवाल का यह देश में पहला टेस्ट मैच है.
रोहित शर्मा और मयंक अग्रवाल ने भारत को ऐसी शुरुआत दी, जो शायद किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी. इन दोनों ने जमकर बल्लेबाजी की और लंचब्रेक तक 30 ओवर में 91 रन बना डाले. रोहित शर्मा ने लंच से पहले ही अपना अर्धशतक पूरा किया. उन्होंने 84 गेंद पर पांच चौकों और दो छक्कों की मदद से अर्धशतक बनाया.
रोहित शर्मा ने पारी की शुरुआत में तो काफी सतर्कता दिखाई. उन्होंने शुरुआती 10 रन बनाने के लिए 24 गेंदों का सामना किया. जैसे-जैसे वक्त बीतता गया, रोहित आक्रामक होते गए. हालांकि, उन्होंने एक बार भी जोखिम नहीं लिया. रोहित शर्मा ने लंचब्रेक के बाद अपनी आक्रामकता और बढ़ाई. उन्होंने पहले 50 रन बनाने में तो 84 गेंदों का सामना किया, लेकिन दूसरे 50 रन सिर्फ 70 गेंदों पर ठोक दिए. उन्होंने शतक तक पहुंचने से पहले 10 चौके और चार छक्के जमाए.
रोहित शर्मा करियर का 28वां टेस्ट मैच खेल रहे हैं. उन्होंने चौथी बार शतकीय पारी खेली है. रोहित ने अपने पहले दो शतक शुरुआती दो टेस्ट मैचों में ही जमा दिए थे. इसके बाद उन्हें अपने अगले शतक के लिए चार साल तक इंतजार करना पड़ा. रोहित शर्मा ने पहले दो शतक 2013 में बनाए. उनका तीसरा शतक 2017 में आया.
अब दो साल बाद ही सही, रोहित शर्मा ने एक और शतक जमा दिया है. उनका यह शतक इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह बतौर ओपनर लगाया गया है. यह एक तरह से उनके टेस्ट करियर की नई शुरुआत है. टीम प्रबंधन ने बतौर ओपनर उन्हें जो मौका दिया है, उसे उन्होंने दोनों हाथों से लपक लिया है.
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