नईदिल्ली: सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की मंगलवार को हड़ताल है. दिवाली से पहले बैंक कर्मियों के हड़ताल पर जाने से कामकाज बुरी तरह प्रभावित होगा. हालांकि, बैंकों की तरफ से अपने ग्राहकों को इस बारे में सूचना पहले ही दे दी गई थी. बैंकों के बंद होने से ATM सर्विस पर भी प्रभाव पड़ेगा. ऐसे में यह भी संभव है कि आप एटीएम कैश निकालने जाए और आपको खाली हाथ लौटना पड़े.
देशभर में बैंकों की हड़ताल का आह्वान ऑल इंडिया बैंक एंप्लॉयीज एसोसिएशन और बैंक एंप्लॉयीज फेडरेशन ऑफ इंडिया की तरफ से किया गया है. निजी बैंकों के कर्मचारी और अधिकारी इस हड़ताल में शामिल नहीं होंगे. बैंक यूनियनों की तरफ से छह छोटे-छोटे बैंकों का चार बड़े बैंकों में विलय का विरोध किया जा रहा है. इसके अलावा भी बैंक कर्मचारी कुछ मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं. आगे पढ़िए बैंक यूनियनों की मांग के बारे में…
हड़ताल के मुख्य बिंदु
– सरकार की तरफ से पिछले दिनों छह पीएसबी (पब्लिक सेक्टर बैंक) का चार बड़े बैंकों में विलय कर दिया गया. बैंक कर्मचारी इस फैसले का विरोध कर रहे हैं.
– यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया और ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स का पंजाब नेशनल बैंक (PNB) में विलय कर दिया था.
– सिंडिकेट बैंक का विलय केनरा बैंक में कर दिया गया.
– इलाहाबाद और इंडियन बैंक का विलय कर दिया गया था.
– आंध्रा बैंक और कॉर्पोरेशन बैंक का विलय यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में कर दिया गया.
– हड़ताल का आह्वान AIBEA और BEFI की तरफ से किया गया है.
– SBI का कहना है उसके बहुत कम कर्मचारी AIBEA और BEFI से जुड़े हैं, ऐसे में हड़ताल का ज्यादा असर नहीं देगा.
– बैंक यूनियन मर्जर, बैंकिंग रिफॉर्म, सर्विस चार्ज, बैड लोन रिकवरी, डिफॉल्टर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई आदि मामलों को लेकर हड़ताल पर हैं.
– बैंक ऑफ महाराष्ट्र, ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स, सिंडिकेट बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा की तरफ से कहा गया है कि कामकाज न के बराबर होगा.
– प्राइवेट बैंक इस हड़ताल में शामिल नहीं हो रहे. ऐसे में प्राइवेट बैंक में खाता रखने वाले ग्राहकों का काम नहीं रुकेगा.
Bureau Report