पीएम मोदी से मिले नोबेल विजेता अभिजीत बनर्जी, PM ने कहा- उपलब्धियों पर देश को गर्व

पीएम मोदी से मिले नोबेल विजेता अभिजीत बनर्जी, PM ने कहा- उपलब्धियों पर देश को गर्वनईदिल्‍ली: इकोनॉमिक्‍स के क्षेत्र में इस साल के नोबेल पुरस्‍कार विजेता अभिजीत बनर्जी ने पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. पीएम मोदी ने इसके बाद कहा कि अभिजीत बनर्जी से शानदार मुलाकात हुई. मानव विकास के प्रति उनका जुनून स्‍पष्‍ट दिखाई देता है. विभिन्‍न मुद्दों पर हमने उनके साथ सघन और विस्‍तृत चर्चा की. भारत को उनकी उपलब्धियों पर गर्व है. इस मुलाकात को इसलिए अहम माना जा रहा है क्‍योंकि अभिजीत बनर्जी के नोबेल पुरस्‍कार पाने के बाद से सत्‍ता-पक्ष और विपक्ष के बीच इनको लेकर बहस हो रही है. केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने इस संबंध में पिछले शुक्रवार को कहा था, “अभिजीत बनर्जी ने नोबेल पुरस्कार जीता है, मैं उन्हें बधाई देता हूं. लेकिन आप सभी जानते हैं कि उनकी सोच पूरी तरह वामपंथी है. उन्होंने न्याय योजना बनाई, लेकिन देश के लोगों ने उनकी सोच को नकार दिया.”

बनर्जी ने उसके बाद एक समाचार चैनल को दिए इंटरव्‍यू में खुद का बचाव किया और कहा, “मेरी आर्थिक सोच किसी पक्ष विशेष के लिए नहीं है.”  इस पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी सरकार में शामिल कुछ लोगों को ‘धर्मांध’ करार दिया. राहुल गांधी ने ट्वीट किया, “प्रिय बनर्जी ये धर्मांध लोग नफरत में अंधे हो चुके हैं. इन्हें नहीं पता कि पेशेवर कुशलता क्या होती है. यदि आप एक दशक तक भी कोशिश करें तो भी आप इन्हें यह नहीं समझा पाएंगे.”

उन्होंने कहा कि लाखों भारतीयों को आपके काम पर गर्व है. राहुल गांधी ने कांग्रेस की न्याय योजना को तैयार करने में नोबेल पुरस्कार विजेता के योगदान की प्रशंसा की है, जो 2019 के आम चुनाव में पार्टी की चुनावी घोषणा में शामिल थी.

गौरतलब है कि भारतीय मूल के प्रोफेसर अभिजीत बनर्जी, एस्तर डफ्लो और माइकल क्रेमर को संयुक्त रूप से अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किए जाने की घोषणा पिछले दिनों की गई. तीनों अर्थशास्त्रियों को वैश्विक गरीबी खत्म करने के उनके प्रयोगात्मक दृष्टिकोण के लिए नोबेल पुरस्कार के लिए चुना गया है. इस संबंध में जारी आधिकारिक बयान में कहा गया है कि बनर्जी का जन्म 1961 में मुंबई में हुआ था. उन्होंने हार्वर्ड विश्वविद्यालय से पीएचडी की उपाधि प्राप्त की है. वह मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में अर्थशास्त्र के प्रोफेसर हैं. बयान में कहा गया है कि 1972 में जन्मी डफ्लो सबसे कम उम्र की और दूसरी ऐसी महिला हैं, जिन्हें आर्थिक क्षेत्र में इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित किया गया है.

Bureau Report

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