मुंबई: महाराष्ट्र में सियासी उठापटक के बीच शिवसेना नेता संजय राउत ने एनसीपी नेता शरद पवार के घर पर मुलाकात की. ये मीटिंग तकरीबन 15 मिनट चली. मीटिंग करके बाहर निकले संजय राउत ने बताया कि शरद पवार ने वर्तमान राजनीतिक हालात पर चिंता जताई. ये मुलाकात काफी अहम मानी जा रही है क्योंकि सूत्रों के मुताबिक शिवसेना और एनसीपी के बीच 50-50 फॉर्मूले पर सहमति बन गई है. सरकार बनाने को लेकर घट रही राजनीतिक घटना क्रम को देखते हुए शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के घर मातोश्री पर शिवसेना के बड़े नेताओं की बैठक हो रही है. संजय राउत ने भी वहां पहुंच गए हैं. वे शरद पवार के साथ क्या बातचीत हुई, इसका ब्यौरा देंगे. थोड़ी देर में शरद पवार अहम प्रेस कांफ्रेंस करने वाले हैं. उसमें सरकार गठन और शिवसेना के साथ समझौते को लेकर बड़ा ऐलान होने की संभावना है.
उल्लेखनीय है कि पिछली बार का चुनाव याद करें तो भाजपा के समर्थन में एनसीपी आगे आई थी और बीजेपी ने इस बहाने तब शिवसेना पर दबाव बनाया था. इस बार शिवसेना भी वही कर रही है. एनसीपी से समर्थन लेने की बात कह नहीं रही लेकिन शरद पवार से मुलाकात करके इशारो में बता जरूर रही है.
वैसे चुनाव का रिजल्ट आने के बाद से ही शिवसेना और बीजेपी के बीच कोई संवाद नही हुआ है. ऐसे में शिवसेना ने एनसीपी के जरिए बीजेपी पर दबाव बनाने की कोशिश की है और कही ना कही वो उसमें सफल भी होती दिख रही है. इसकी बानगी इस रूप में समझी जा सकती है कि बीजेपी ने कहा है कि शिवसेना के साथ उसके बातचीत के दरवाजे 24 घंटे खुले हैं. हालांकि बीजेपी आरएसएस के दरवाजे पर भी दस्तक दे चुकी है. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को मध्यस्थता के लिए बीच में लाने की बात हो रही है लेकिन बस शिवसेना के साथ बात नहीं हो रही है.
क्या है शिवसेना और एनसीपी का 50-50 फॉर्मूला?
सूत्रों के मुताबिक शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने शिवसेना के 50-50 फॉर्मूले पर सहमति जताई है. सूत्रों के मुताबिक इस व्यवस्था के तहत एनसीपी ने पहले ढाई साल मुख्यमंत्री का पद शिवसेना को देने का प्रस्ताव रखा है. आखिरी के ढाई साल एनसीपी का मुख्यमंत्री होगा. इसके अलावा गृह मंत्रालय, शहरी विकास, राजस्व, वित्त और पीडब्ल्यूडी मंत्रालय को लेकर दोनों ही पार्टियों में बराबरी के बंटवारे का प्रस्ताव है. सूत्रों के मुताबिक इस प्रस्ताव के तहत एनसीपी ने एक शर्त भी सामने रखी. शर्त यह है कि शिवसेना को मोदी सरकार में दिए एक मंत्री पद से (अरविंद सावंत का) इस्तीफा देकर बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए के गठबंधन का साथ छोड़ना पड़ेगा.
देवेंद्र फडणवीस की बैठक
इस बीच सीएम देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में मंत्रियों की बैठक हो रही है. बेमौसम बारिश के बाद किसानों को राहत पहुचाने के मुद्दे पर हो रही बैठक साथ ही सरकार गठन पर भी चर्चा होगी. बैठक के लिए बीजेपी मंत्रियों के अलावा शिवसेना कोटे के मंत्री भी पहुंचे हैं.
Bureau Report
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