नईदिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने गुरुवार मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) की बैठक के बाद कहा कि रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है. ब्याज दरें 5.15 फीसदी पर बरकरार रखी गई हैं. इसके अलावा रिवर्स रेपो रेट में भी बदलाव नहीं किया गया. इस खबर से आम आदमी की सस्ते कर्ज की उम्मीदों को तगड़ा झटका लगा है.
पहले से महंगाई की मार झेल रहे आम आदमी की मुसीबतें और बढ़ने वाली हैं. दरअसल आरबीआई ने गुरुवार को कहा कि जनवरी से मार्च 2020 तक खाने पीने के सामान की महंगाई काफी ज्यादा रहेगी. इसके अलावा टेलीकॉम की बढ़ी हुई दरें भी कोर महंगाई पर असर डाल सकती हैं.
रिजर्व बैंक ने माना कि महंगाई में बढ़त का सिलसिला कुछ समय और जारी रह सकता है. महंगाई को काबू रखना रिजर्व बैंक का प्रमुख मकसद है और इसके लिए कदम उठाए जा रहे हैं. आने वाले समय में महंगाई के आउटलूक पर ज्यादा क्लियरिटी आएगी. अगली MPC की बैठक 4-6 फरवरी 2020 को होगी.
आरबीआई के मुताबिक देश के जीडीपी ग्रोथ में आगे बढ़ोतरी के संकेत दिख रहे हैं. महंगाई पर काबू पाने के लिए सरकार ने पिछले 5 महीनों में कई कदम उठाए हैं. जून से अभी तक लिक्विडीटी की दिक्कत नहीं रही.
आरबीआई ने अर्बन को-ऑपरेटिव बैंकों के लेंडिंग नियमों में बदलाव करने की बात कही है. जिससे इन बैंकों के ग्राहकों की सुरक्षा को और मजबूती मिलेगी. इसके अलावा को-ऑपरेटिव बैंकों की साइबर सिक्योरिटी नियम 31 दिसंबर तक लागू किए जाएंगे.
Bureau Report
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