नईदिल्ली: तेलंगाना में दिशा गैंगरेप-मर्डर के आरोपियों के एनकाउंटर के बीच निर्भया केस के दोषी विनय शर्मा की दया याचिका राष्ट्रपति के पास भेजी गई है. गृह मंत्रालय ने मौत की सजा की माफी की मांग को अस्वीकार किया है. अब दोषी की दया याचिका पर अंतिम निर्णय राष्ट्रपति लेंगे. दिल्ली के उपराज्यपाल पहले ही दया याचिका खारिज कर चुके हैं. उल्लेखनीय है कि तेलंगाना की डॉक्टर के गैंगरेप-मर्डर के आरोपियों को आज तड़के पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए निर्भया की मां आशा देवी ने कहा कि जिस तरह तेलंगाना के मामले में पुलिस ने न्याय किया उसी तरह निर्भया के दोषियों को भी सजा मिलनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि उनकी बेटी निर्भया के दोषियों को फांसी की सजा सुप्रीम कोर्ट ने दी है लेकिन अभी तक उनको फांसी के फंदे पर नहीं लटकाया गया. हमको अभी तक न्याय नहीं मिला है लेकिन जिस तरह तेलंगाना पुलिस ने काम किया, उसी तरह निर्भया के दोषियों को फांसी देकर बेटी को न्याय देना चाहिए. निर्भया की मां ने ये बात कही.
दिल्ली में साल 2012 में सामूहिक दुष्कर्म की शिकार हुई निर्भया के पिता और उसके वकील ने हैदराबाद सामूहिक दुष्कर्म मामले के आरोपियों को शुक्रवार को मुठभेड़ में मार गिराने के लिए तेलंगाना पुलिस की पीठ थपथपाई है. निर्भया के पिता ने कहा, “मेरा मानना है कि उन्होंने बहुत ही अच्छा काम किया. अगर वे भाग जाते तो यह सवाल उठता कि पुलिस ने उन्हें भागने कैसे दिया. वहीं उन्हें दोबारा गिरफ्तार करना भी मुश्किल होता. अगर वे गिरफ्तार हो भी जाते तो उन्हें सजा देने की पूरी प्रक्रिया में बहुत अधिक समय लग जाता.”
उल्लेखनीय है कि तेलंगाना में महिला डॉक्टर से गैंगरेप करने के बाद उसकी जलाकर हत्या करने वाले चारों आरोपियों को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया है. चारों आरोपियों को मौका ए वारदात पर घटनाक्रम को समझने (क्राइम सीन रिकंस्ट्रक्शन) के लिए ले जाया गया था, लेकिन यहां से इन्होंने भागने की कोशिश की. इसके बाद पुलिस ने इन्हें मुठभेड़ में मार गिराया. बताया यह भी जा रहा है कि आरोपियों ने पुलिस पर हमला करने की कोशिश की थी, जिसके बाद पुलिस ने आत्मरक्षा में इन्हें मार गिराया.
Bureau Report
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