नईदिल्ली: पिछले महीने भर से आप तमाम माध्यमों से सुन रहे होंगे कि अब गाड़ियों में फास्ट टैग लगाना अनिवार्य है. आप के जेहन में यह बात भी जरुर रही होगी कि अगर में शहर के भीतर ही गाड़ी चला रहा हूं तो मुझे क्यों फास्ट टैग की जरुरत है? इसके अलावा आप ये भी सोचते होंगे कि अगर साल में एकाध बार हाईवे टोल इस्तेमाल करना हो तो क्या फास्ट टैग लगाना जरुरी है?
आपके इन्हीं सवालों को ध्यान में रखकर आपके लिए कुछ अहम बातें यहां बताई जा रही है. अपने ध्यान में रखिए और फास्ट टैग के झंझट से बचिए
फास्ट टैग अनिवार्य या नहीं?
कानूनी तौर पर फास्ट टैग अनिवार्य नहीं है. दरअसल सरकार सभी हाईवे पर लगने वाले भारी जाम से आम लोगों को निजात दिलाने और पैसे के आदान प्रदान पर लगने वाले समय से बचाने के लिए ही फास्ट टैग का कॉन्सेप्ट लाई है. मान लीजिए अगर किसी एक तरफा हाईवे में 8 लेन का टोल टैक्स बूथ हैं तो इनमें से 7 लेन फास्ट टैग के लिए होगें. जबकि सिर्फ एक ही लेन (हाईब्रीड) पर आप नकद टोल टैक्स का भुगतान कर पाएंगे.
अगर फास्ट टैग लेन में आपकी गाड़ी चली गई तो क्या होगा?
क्योंकि केंद्र सरकार टोल टैक्स के सभी लेनदेन को डिजीटल रूप दे रही है, फास्ट टैग लेने में गाड़ी ले जाना आपके लिए मंहगा पड़ सकता है. सरकार ने बिना टैग वाली गाड़ियों के फास्ट टैग लेन में घुसने पर दोगुना टोल वसूलने का नियम बनाया है. यानि अगर किसी टोल का शुल्क 50 रुपए है तो आपको फास्ट टैग लेन में घुसने पर 100 रुपए भुगतान करना होगा.
क्या हाईवे में कैश लेन उपलब्ध होगें ?
जी हां, सरकार ने यह प्रावधान किया है कि हर टोल टैक्स बूथ में लेन कैश काउंटर भी होगा जिसे हाईब्रीड लेन कहा जाएगा. हालांकि फास्ट टैग से कतराने वाले ज्यादातर लोगों की भीड़ इस लेन में ही होगी. इसीलिए संभावना है कि हर एक कैश लेन में आपको बहुत लंबा समय गंवाना भी पड़े.
फास्ट टैग रिचार्ज की वैलिडिटी कब तक?
बहुत सारे लोगों के मन में सवाल है कि हर बैंक 150 रुपए से 200 रुपए तक का प्री-रिचार्ज करके फास्ट टैग दे रही हैं. लेकिन इसकी वैलिडिटी साल भर में खत्म हो जाएगी. तो इसका जवाब यह है कि ये रिचार्ज एक साल के भीतर खत्म नहीं होगा. रिचार्ज लाइफटाइम के लिए होगा और अगर साल दो साल में भी आप इसका इस्तेमाल करते हैं तो वैलिडिटी रहेगी.
विभिन्न कंपनियों के फास्ट टैग रेट अलग क्यों?
इस वक्त विभिन्न कंपनियों ने फास्ट टैग बेचना शुरु किया है. अगर सभी कंपनियों के ऑफर पर ध्यान दिया जाए तो ये 400-500 रुपए के बीच है. आप अपने सहुलियत के हिसाब से कोई एक टैग चुन सकते हैं. दरअसल कुछ कंपनियां सिक्योरिटी के लिए ज्यादा या भी कम पैसा चार्ज कर रही हैं. इसी तरह इन फास्ट टैग में प्री-पेड पैसा ज्यादा या कम हो सकता है. आप आपनी सहुलियत के हिसाब से किसी एक का चुनाव कर सकते हैं.
क्या फास्ट टैग लेना फायदेमंद?
ये आपके विवेक पर निर्भर करता है कि फास्ट टैग लेना चाहते हैं कि नहीं. हालांकि विशेषज्ञ कहते हैं कि फास्ट टैग आपको किसी भी सफर में सहुलियत ही देगा. आने वाले समय में बिना टैग वाली गाड़ियों के बीच अटक कर सिर्फ टोल देने के लिए समय गंवाने से बेहतर होगा अगर आप फास्ट टैग गाड़ी में लगवा लें. डीजिटल पेमेंट की सुविधा के बाद इसे रिचार्ज करना भी आसान है.
अगर कोई समस्या हुई तो कौन सुनेगा?
केंद्र सरकार ने फास्ट टैग से जुड़े सभी मामलों के लिए 1033 नंबर का टोल फ्री नंबर शुरु किया है. आप किसी भी वक्त इस हेल्पलाइन पर बातचीत करके समस्या का समाधान करवा सकते हैं.