लखनऊ: उत्तर प्रदेश कैबिनेट ने सोमवार को एक बड़ा फैसला लेते हुए राज्य में कमिश्नर सिस्टम को मंजूरी दे दी. इसके तहत सबसे पहले लखनऊ और गौतमबुद्ध नगर में पुलिस कमिश्नर की तैनाती की गई है.
सीनियर आईपीएस आलोक सिंह गौतमबुद्ध नगर के पहले पुलिस कमिश्नर बनाए गए हैं. वहीं आईपीएस सुजीत पांडे लखनऊ के पहले पुलिस कमिश्नर बने हैं.
आईपीएस अखिलेश कुमार और श्रीपर्णा गांगुली को गौतमबुद्ध नगर के एडिशनल पुलिस कमिश्नर नियुक्त किया गया है. वहीं आईपीएस नवीन अरोड़ा और नीलाब्जा चौधरी को लखनऊ के सुंयक्त पुलिस कमिश्नर पद पर नियुक्त किया गया हैं.
सुजीत पांडे 1994 बैच के आईपीसएस अफसर हैं. मूलत: भागलपुर बिहार के रहने वाले सुजीत कई अहम जिम्मेदारी संभाल चुके हैं. सुजीत पांडेय सीबीआई में सात साल तक रहे हैं और वे बॉम्बे ब्लास्ट, नंदी ग्राम जैसे चर्चित मामलों पर काम कर चुके हैं.
वहीं आलोक सिंह 1995 बैच के अधिकारी हैं. वह मूल रूप से अलीगढ़ के रहने वाले और उनकी अभी रैंक एडीजी है.
नोएडा लखनऊ में कैसी होगी नई व्यवस्था
-एडीजी स्तर का अधिकारी पुलिस कमिश्नर के रूप में कार्य करेगा. उनके साथ दो ज्वॉइंट कमिश्नर भी तैनात होंगे, जो आईजी स्तर के होंगे.
-इसके साथ ही अब महिला अपराधों पर रोकथाम के लिए दोनों जगहों पर एक-एक महिला पुलिस अधीक्षक की तैनाती होगी.
-यातायात के लिए भी अलग पुलिस अधीक्षक होगा.
-एडा में दो नए पुलिस थाने बनाए जाएंगे. लखनऊ के 40 पुलिस थाने आयुक्त के तहत होंगे.
मुख्यमंत्री ने की घोषणा
सोमवार को कैबिनेट बैठक के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस नई व्यवस्था के बारे में जानकारी दी. उन्होंने कहा कि कमिश्नरी सिस्टम लागू करना पुलिस सुधार की दिशा में बड़ा कदम साबित होगा. सीएम ने कहा कि उत्तर प्रदेश में वर्षों से पुलिसिंग में सुधार की जरूरत महसूस की जा रही थी, लेकिन पूर्ववर्ती सरकारों ने इच्छाशक्ति नहीं दिखाई.
15 राज्यों के 71 शहरों में है ये सिस्टम लागू
देश के 15 राज्यों के 71 शहरों जिनमें दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, बंगलुरू, अहमदाबाद, राजकोट, बड़ौदा, हैदराबाद, त्रिवेंद्रम आदि शामिल हैं, वहां ये सिस्टम लागू है और बेहतर कार्य कर रहा है.
Bureau Report
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