मुंबई: महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे ने गुरुवार को पार्टी के पहले महाधिवेशन में नया भगवा झंडा लॉन्च किया. भगवा झंडे पर शिवाजी महाराज की काल की मुद्रा प्रिंट है. इससे पहले राज ठाकरे की पार्टी में चार रंगों का झंडा था, जिसमें भगवा, नीला, सफेद और हरा रंग था. अब एमएनएस भगवे में रंग गई है.
बाल ठाकरे की जयंती की मौके पर इस अधिवेशन का आयोजन किया गया. यहां उन्हें याद कर महाराष्ट्र नवनिर्मिण सेना हिंदुत्व की राह पर चल पड़ी है. मराठी के मुद्दे के साथ राज ठाकरे महाराष्ट्र हिंदुत्व की राजनीति का चेहरा बनने जा रहे हैं.
राज ठाकरे ने इस भगवा झंडा लॉन्च करते हुए कहा कि हिंदू हृदय सम्राट बाल ठाकरे का मैं अभिवादन करता हूं. कुछ कार्यकर्ता अभी पहुचेने वाले हैं. मैं उससे पहले पार्टी का नया झंडा आपके सामने रखता हूं. शाम को मैं विस्तार से बात करूंगा.
मुंबई के गोरेगांव में आयोजित इस महाअधिवेशन में राज ठाकरे ने अपने बेटे अमित ठाकरे को पार्टी के नेता पद पर नियुक्त किया. उनका बेटा अमित ठाकरे अब एमएनएस में सक्रिय भूमिका निभायेगा. इस महाअधिवेशन के जरिये नवनियुक्त नेता अमित ठाकरे ने राज्य की शिक्षा नीति पर प्रस्ताव रखा. इससे पहले शिवसेना पार्टी में उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य भी शिक्षा क्षेत्र और छात्र संगठन संभालते रहे हैं. उसी तर्ज पर अमित ठाकरे एमएनएस में सक्रिय हुए है. उन्हें भगवा शॉल देकर सम्मामित किया गया.
वहीं, सत्ता के लिए शिवसेना के कांग्रेस और एनसीपी के साथ जाने के बाद राज ठाकरे भी हिंदुत्व की राह पर है. एमएनएस के इस महाअधिवेशन में वीर सावरकर की फोटो मंच पर दिखी. बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर, सावित्रीबाई फुले, प्रबोधनकार ठाकरे के फोटो के साथ वीर सावकर की फोटो मंच पर लगाई गई.
वहीं, इस महाअधिवेशन में एमएनस कार्यकर्ता जय भवानी+जय शिवाजी की उद्घोष करते दिखे.
इस महाअधिवेश में एमएनएस के पदाधिकारी अविनाश जाधव ने राज ठाकरे को नए हिंदू हृदय सम्राट कहाँ. अविनाश जाधव नेकहाँ , बाल ठाकरे के बाद राज ठाकरे नए हिंदू हृदय सम्राट है.
एमएनएस के नए झंडे में क्या है?
एमएनएस के नए भगवे झंडे पर शिवाजी महाराज के शासनकाल की राज मुद्रा.
झंडे पर छत्रपति शिवाजी महाराज की राजमुद्रा लगाई गई है और नीचे बड़े अक्षरों में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना लिखा गया है.
इस राज मुद्रा पर संस्कृत में लिखा है-
“प्रतिपच्चंद्रलेखेव वर्धिष्णुर्विश्ववंदिता
शाहसुनोः शिवस्यैषा मुद्रा
इसका मतलब जैसे प्रतिपदा का चंद्र की तरह प्रतिदिन बढ़ने वाली, पुरे विश्व को वंदनीय ऐसी, शाहजी के पुत्र शिवाजी महाराज की यह राजमुद्रा प्रजा के कल्याण के लिए विराजमान है.
Bureau Report
Leave a Reply