नईदिल्ली: चीन में कोरोना वायरस का कहर बढ़ता ही जा रहा है. खासकर वुहान शहर में इसका सबसे ज्यादा प्रकोप है. बुधवार को जन्म के 30 घंटे बाद एक नवजात कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया. इस तरह इस वायरस से संक्रमित होने वाला वह सबसे कम उम्र का मरीज है.
मीडिया रिपोर्ट कह रही हैं कि इस नवजात के मां के गर्भ में या पैदा होने के फौरन बाद संक्रमित होने की आशंका है. दरअसल, नवजात को जन्म देने से मां की रिपोर्ट भी कोरोना वायरस से पॉजिटिव आई थी.
उल्लेखनीय है कि आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, चीन गुरुवार तक कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 563 हो चुकी है. अभी तक पूरी दुनिया में 28,018 लोग इस वायरस से संक्रमित हो चुके हैं.
इस वायरस से निपटने के लिए चीन अजीबोगरीब काम करने लगा है. चीनी अधिकारियों ने स्थानीय डॉक्टरों को हिदायत दी है कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए एलोपैथी दवाओं के साथ चीनी देसी इलाज को भी शामिल किया जाए. एक रिपोर्ट के मुताबिक, स्थानीय चीनी डॉक्टर अब कोरोना वायरस से बचाव के लिए भैंस के सींग के चूर्ण का इस्तेमाल धडल्ले से कर रहे हैं. चीनी हकीमों का मानना है कि ऐसे किसी वायरस से लड़ने में सींग का चूर्ण बेहद लाभदायक होता है.
अभी तक पूरी दुनिया में कोरोना वायरस से बचाव की कोई दवा तैयार नहीं हो पाई है. ऐसे में चीन का कहना है कि कोरोना वायरस से लड़ने के लिए प्राधिकरण एड्स की दवाओं का इस्तेमाल कर रहा है. चीनी अधिकारियों का दावा है कि कोरोना वायरस से लड़ने में एड्स की दवाएं कारगर साबित हो रही हैं.
Bureau Report
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