महाराष्ट्र: घोटाले के आरोपी DHFL के प्रमोटरों ने तोड़ा लॉकडाउन, छुट्टी पर भेजे गए गृह विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेटरी

महाराष्ट्र: घोटाले के आरोपी DHFL के प्रमोटरों ने तोड़ा लॉकडाउन, छुट्टी पर भेजे गए गृह विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेटरीमुंबई: देश में लॉकडाउन का आज 17वां दिन है. इस बीच खबर आ रही है कि महाराष्ट्र के महाबलेश्वर में DHFL के प्रमोटर कपिल वधावन और धीरज वधावन को उनके परिवार समेत क्वारंटाइन किया गया है. महाबलेश्वर में वधावन परिवार के कुल 23 सदस्यों को आइसोलेशन में रखा गया है. परिवार के सभी लोगों पर लॉकडाउन तोड़ने का आरोप है. आपको जानकर हैरानी होगी कि लॉकडाउन के बावजूद ये परिवार 5 कारों में सवार होकर खंडाला से महाबलेश्वर पहुंच गया. 

दरअसल ये परिवार महाराष्ट्र के प्रधान सचिव अमिताभ गुप्ता की सिफारिश पर ऐसे कर पाने में कामयाब हुआ. महाराष्ट्र के प्रधान सचिव ने अपनी सिफारिशी चिट्ठी में वधावन परिवार को पारिवारिक मित्र बताया है. जाहिर है, लॉकडाउन के दौरान वधावन परिवार के तथाकथित पर्यटन पर सवाल तो उठेंगे ही.

मामला सामने आने के बाद अमिताभ गुप्ता को छुट्टी पर भेजा दिया है. महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से बातचीत करने के बाद गृह विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेट्री अमिताभ गुप्ता को कंपलसरी लीव पर भेज दिया है. अमिताभ गुप्ता के खिलाफ इंक्वायरी शुरू की गई है और जब तक इंक्वायरी पूरी नहीं हो जाती तब तक को छुट्टी पर रहेंगे. 

आपको बता दें  कि अमिताभ गुप्ता ने सीबीआई द्वारा यस बैंक घोटाले मामले में आरोपी बनाए गए कपिल वधावन जिसकी तलाश सीबीआई कर रही थी उसे खंडाला से महाबलेश्वर जाने के लिए अपने लेटर हेड पर लॉक डाउन के दौरान परमिशन दी थी. लेटरहेड पर परिवारिक इमरजेंसी का कारण बताया गया था हालांकि इस तरह की कोई इमरजेंसी नहीं थी.

मामला मीडिया में आने के बाद प्रदेश की सरकार ने जांच के आदेश दे दिए हैं. उधर, बीजेपी नेता किरीट सौमैया ने राज्यपाल को चिट्ठी लिख मामले की शिकायत की है और जांच की मांग की है. सौमैया ने सीधे-सीधे वधावन बंधुओं पर कई आरोप लगाए हैं. यस बैंक घोटाले में DHFL की भूमिका, DHFL के प्रमोटर्स धीरज और कपिल वधावन को यस बैंक मामले में समन, प्रवर्तन निदेशालय का धीरज और कपिल वधावन को पूछताछ के लिए बुलाना, कोरोना वायरस फैलने का हवाला देकर ED के सामने वधावन बंधुओं का पेश ना होना, इन सभी बातों का जिक्र किरीट सौमैया की चिट्टी में है. सवाल तो ये भी है कि धोखाधड़ी मामले में जो भाई जमानत पर हैं उन्हें वीआईपी सुविधा कैसे मिली? 

Bureau Report

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