इंदौर: मध्य प्रदेश के इंदौर में कोरोना वायरस की महामारी के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए प्रशासन लगातार सख्ती बरत रहा है. यहां बहुत जरूरी होने के बाद भी बिना मास्क के घर से निकलना प्रतिबंधित है. जब एक नौजवान लग्जरी कार लेकर बिना मास्क के शहर की सड़क पर निकला तो नगर सुरक्षा समिति के सदस्यों ने उसे सबक सिखाने के मकसद से उठक-बैठक लगाने की सजा दे डाली.
यह मामला इंदौर के हीरानगर थाना क्षेत्र के बापट चौराहे का है. यहां से एक युवक दो सीट वाली लग्जरी कार पोर्श- 718 बॉक्सस्टार से गुजर रहा था. कार में वह अकेले ही सवार था. नगर सुरक्षा समिति के सदस्यों ने उसे रोका और मास्क न लगाने को लेकर सवाल किया. नगर सुरक्षा समिति के सदस्य ने उसे कार से उतरने को कहा और उठक-बैठक लगाने की सजा सुना डाली. इस युवक को कई उठक बैठकें लगाना पड़ी.
इंदौर के पुलिस उप महानिरीक्षक (DIG) हरि नारायणचारी मिश्रा ने नगर सुरक्षा समिति के सदस्य द्वारा कार चालक से उठक-बैठक लगवाए जाने की घटना की पुष्टि करते हुए कहा, “वह युवक मास्क नहीं लगाए हुए था. यह मामला हीरानगर थाना क्षेत्र का है. लोग मास्क लगाएं यह जरूरी है.”
वहीं एक अन्य पुलिस अधिकारी का कहना है कि कोरोना जानलेवा है. इससे बचाव के तरीके तो अपनाना ही होंगे. पुलिस जगह-जगह तैनात है. मास्क न लगाने पर उठक-बैठक लगवाई गई है. यह कोई दंड नहीं है, सीख देने का तरीका है. यह उस युवक ही नहीं अन्य लोगों केा इस बात की सीख दी गई है कि वे जब भी घर से निकलें तो मास्क लगाकर निकलें.
इस युवक ने मीडिया से कहा है कि उसके पास कर्फ्यू पास था और वह भोजन बांटने निकला था. नगर सुरक्षा समिति के सदस्यों ने उसकी एक नहीं सुनी और उठक-बैठक लगवा दी.
इस घटनाक्रम का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हो रहा है, जिसमें पीले रंग की कार को नगर सुरक्षा समिति के सदस्यों द्वारा रोकने, युवक को कार से उतरवार उठक-बैठक लगवाना दिख रहा है.
यहां बता दें कि राज्य में इंदौर में कोरोना का सबसे ज्यादा संक्रमण है. यहां मरीजों की संख्या 1085 पर पहुंच गई है. वहीं 57 मरीजों की मौत हो चुकी है. इसके चलते पूरी तरह लॉकडाउन है और लोगों के घरों से निकलने पर पाबंदी है. जिन लोगों को घर से निकलने की रियायत दी जा रही है. उन्हें मास्क लगाना, सेनेटाइजर का उपयोग करना आवश्यक किया गया है.
Bureau Report
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