जयपुर: फुटबॉल और हॉकी की तर्ज़ पर अब क्रिकेट में भी रेड कार्ड नियम लागू हो सकता है। कोई क्रिकेटर अनुशासनहीनता का दोषी पाया जाता है तो उसे मैदान में मौजूद अम्पायर रेड कार्ड दिखायेगा। बीसीसीआई अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने कहा कि इस नए नियम पर फिलहाल विचार किया जा रहा है, हो सकता है कि इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जल्द ही हरी झंडी मिल जायेगी और इसे लागू कर दिया जाएगा।
जयपुर में एक कार्यक्रम में पहुंचे बीसीसीआई अध्यक्ष ने कहा कि क्रिकेट में रेड कार्ड के नियम को लेकर मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) को सुझाव दिए गए हैं जो आने वाले दिनों में जल्द लागू हो सकते हैं।
इस बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में ठाकुर ने कहा कि अनुशानहीनता के दोषी पाए जाने वाले क्रिकेटरों पर मौजूद जो नियम है उनमे फेरबदल करने और उन्हें कडा करने की ज़रुरत महसूस की जा रही है। अभी जिस तरह से अनुशासनहीनता पर जिस तरह दंड दिया जा रहा है उससे दोषी क्रिकेटर पर ज़्यादा फर्क नहीं देखा जा रहा है। ऐसे में नियमों में बदलाव कर इन्हें और कड़े किये जाने पर विचार हो रहा है। रेड कार्ड नियम लागू करना भी उसी कवायद का एक हिस्सा है।
हालांकि ठाकुर ने क्रिकेट में बदलाव को लेकर यह भी स्पष्ट किया कि इस खेल में कम समय में ज़्यादा बदलाव किया जाना सही नहीं है। उन्होंने कहा कि टेस्ट क्रिकेट हो या वन डे या टी-ट्वेंटी का फ़टाफ़ट फॉर्मेट, इनमे लगातार हो रहे बदलावों से क्रिकेट को देखने और समझने वालों को परेशानियां आती हैं। ऐसे में इनमे ज़्यादा बदलाव नहीं होने चाहियें।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि बीसीसीआई ने लोढा कमिटी की लगभग 85 फ़ीसदी सिफारिशें मानते हुए उन्हें लागू कर दिया है। लेकिन गतिरोध शेष रहे 15 फ़ीसदी की सिफारिशों पर बना हुआ है। ये वो सिफारिशें हैं जिन्हें लागू किये जाने पर बीसीसीआई के अधिकतर सदस्य असहमत हैं।
ठाकुर ने कहा कि बीसीसीआई एक स्वायत्तशासी संस्था है। ऐसे में इसे नए नियम बनाने और उन्हें लागू करने का अधिकार है। जिन शेष रही सिफारिशों को लागू करने पर गतिरोध है उसपर बातचीत के लिए बीसीसीआई ने लोढा कमिटी से 2 महीने से समय मांगा हुआ है, लेकिन समय नहीं दिया जा रहा।
अनुराग ठाकुर ने पूर्व क्रिकेटर राहुल द्रविड़ की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि टीम इंडिया में शामिल हुए कुछ नए युवा चेहरों ने अपने दमदार क्रिकेट प्रतिभा का जो लोहा मनवाया है उसके पीछे अंडर 19 और भारत ए के कोच राहुल द्रविड़ की बेहद अहम् भूमिका रही है।
ठाकुर ने कहा कि पहले जो क्रिकेटर्स टीम इंडिया में शामिल किये जाते थे वो कुछ मैच खेलने के बाद नतीजे देते थे, लेकिन अब टीम में आ रही युवा क्रिकेटर्स की फौज पहले मैच से ही शानदार क्रिकेटिंग टेलेंट दिखाकर अपनी पांव जमा रही है।
ठाकुर ने इस बात पर ख़ुशी जताई कि टीम इंडिया क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट टेस्ट, वन डे और टी-ट्वेंटी में पहले तीन पायदान पर है। ऐसी उपलब्धि कोई दूसरी टीम नहीं हासिल कर सकी है।
बीसीआई प्रमुख ठाकुर ने राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के निलंबन मामले पर भी बेबाक प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि राजस्थान में क्रिकेट प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है, लेकिन आरसीए का निलंबन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि आरसीए का निलंबन रद्द करने को लेकर आरसीए और यहां के लोगों को सेवचना है कि क्या किया जाना चाहिए।
पूर्व क्रिकेटर मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के रणजी क्रिकेट के लिए दो तरह की पिच के सुझाव मामले में ठाकुर ने कहा कि फिलहाल मौजूदा सत्र में इस पर कोई फैसला लिए जाने का कोई विचार नहीं है। इस सत्र के ख़त्म होने के बाद इस सुझाव पर मंथन कर कोई फैसला लिया जाएगा।
Bureau Report
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