नईदिल्ली: नोटबंदी के मामले में विपक्षी दलों ने पीएम मोदी और बीजेपी शासित केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है। पिछले कुछ दिनों से पीएम मोदी और विरोधी दलों के नेताओं के बीच बयानबाज़ी का सिलसिला परवान पर है।
इस बीच मंगलवार को पीएम मोदी और सरकार के नोटबंदी के फैसले का विरोध जताने के लिए विपक्षी दल फिर से एकजुट दिखाई दिए। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने साझा प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित किया।
राहुल गांधी ने कहा, ”पीएम मोदी की ओर से दी हुई 30 दिसंबर की मियाद ख़त्म होने वाली है, लेकिन स्थिति पहले की तरह ही बनी हुई है। नोटबंदी का मकसद पूरी तरह से विफल हो गया है। पीएम को देश की जनता को जवाब देना होगा कि आखिर नोटबंदी के पीछे असली वजह क्या है और वे उनके लिए क्या करेंगे जो इस नोटबंदी के चलते प्रभावित हुए हैं।”
वहीं, ममता बनर्जी ने कहा, ”नोटबंदी देश को मिली स्वतन्त्रता के बाद अब तक का सबसे बड़ा घोटाला है। मोदीजी ने कहा था अच्छे दिन आएंगे, क्या ये अच्छे दिन का नमूना है? कैशलेस के नाम पर मोदी सरकार बेसलेस हो गई है, टोटल फेसलेस हो गया है।”
ममता ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘वो जो मन आए वैसा करते हैं, पूरे लोकतंत्र को ध्वस्त कर दिया है। ये सिर्फ आपातकाल नहीं बल्कि सुपर आपातकाल है। ये सरकार किसी का कुछ भी नहीं सोचती है। क्या प्रधानमंत्री 50 दिन के बाद भी नोटबंदी से उपजी समस्या का समाधान नहीं होने पर नैतिक ज़िम्मेदारी लेते हुए प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देंगे?”
Bureau Report
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