जयपुर: वर्ष 2017 आम जनता के जीवन में स्थायित्व लेकर आएगा। कुछ क्षेत्रों में उन्नति होगी तो कुछ क्षेत्रों में नुकसान भी झेलना पड़ेगा। शनिवार रात्रि 12 बजे से नया वर्ष शुरू होगा। शहर के ज्योतिषियों ने नववर्ष की कुंडली तैयार की है। ज्योतिषियों के अनुसार, रात्रि 12 बजे तृतीया तिथि व कन्या लग्न में नया साल शुरू होगा। शनिवार, आमजन के जीवन में स्थायित्व लाएगा।
पंडित बंशीधर ज्योतिष पंचांग के निर्माता पंडित दामोदर प्रसाद शर्मा ने बताया कि कुंडली में कन्या लग्न में बृहस्पति स्थित है। इस वजह से सरकार, जनता के उत्थान के लिए विशेष प्रयास के साथ महत्वपूर्ण निर्णय करेगी। कन्या लग्न के द्वितीय भाव का मालिक शुक्र है। मगर, शुक्र लग्न से छठे भाव में स्थित है। इसलिए जनता को आर्थिक समस्या से जूझना पड़ेगा।
लग्न से तीसरे भाव में शनि है। हालांकि शनि, इस भाव में श्रेष्ठ होता है। इस योग से यह वर्ष देश व देशवासियों के लिए मान-सम्मान में वृद्धि व वैज्ञानिक क्षेत्र में विशेष उपलब्धि वाला साबित होगा। लग्न के चतुर्थ भाव में बुध व सूर्य स्थित है। इस कारण राजनेताओं को विशेष कार्य करने होंगे, तभी जनता काम को सराहेगी।
पंचम व छठे भाव का स्वामी शनि होने से शिक्षा के क्षेत्र में विशेष प्रयास किए जाएंगे, जो जनता के लिए सार्थक साबित होंगे। नए वर्ष में अक्षय तृतीया को रोहिणी नक्षत्र, सावन मास में पांच सोमवार, गुरुवार की दीपावली देश के लिए शुभ संकेत दे रहे हैं।
साथ ही नवीन बजट में चंद आकांक्षाओं की पूर्ति के लिए ठोस कदम के प्रस्ताव तैयार किए जाएंगे। इन्फ्रास्ट्रक्चर को तीव्र गति से विकसित करने के लिए निवेश की योजना बजट प्रस्ताव में दी जाएगी। कालाबाजारी व भ्रष्टाचार रोकने के लिए विशेष योग बनेंगे।
पंडित दामोदर प्रसाद शर्मा ने बताया कि लग्न के छठे भाव में मंगल, शुक्र व केतु स्थित होने से देश को शत्रुओं से खतरा रहेगा। सीमाओं पर चौकसी अधिक बढ़ानी पड़ेगी। शत्रुओं से सावधान रहना होगा। हालांकि युद्ध की संभावना नहीं है। वहीं, सत्तापक्ष व विपक्षी पर्टियों में सहयोगात्मक विचार बनेंगे।
प्रकृति व पर्यावरण से छेड़छाड़ के कारण आमजनता को दुष्परिणाम झेलने पड़ेंगे। वर्ष 2017 के पूर्वार्द्ध में मंगल ग्रह शीघ्र गति से चल रहा है। साल की शुरुआत मकर, कुंभ व मीन संक्रांति शनिवार, रविवार व मंगलवार को आ रही है। इससे खप्पर योग का निर्माण होगा। लोगों में रोग-पीड़ा बढ़ेगी। कृषि क्षेत्र में नुकसान हो सकता है। भूकम्प, रेलयान दुघर्टना के भी संकेत हैं।
मार्च के मध्य में स्वराशि के मंगल व उच्च के शुक्र से आर्थिक परिदृश्य बदल जाएगा। फिर से देश की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होगी। रिर्जव बैंक ब्याज दरों में संशोधन के कदम उठाएगा। इससे जनता को राहत मिलेगी। भारतीय कम्पनियों का विकास होगा, विदेशी कम्पनियां निरस्त होगी।
Bureau Report
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