जयपुर: पांच लाख के इनामी गैंगस्टर आनन्दपाल के साथी श्रीवल्लभ से पूछताछ में आनंदपाल और उसके भाई विक्की के बारे में कुछ अहम जानकारियां मिली हैं। इस पर एसओजी और एटीएस की कुछ टीमें विभिन्न राज्यों के लिए रवाना हुई हैं। श्रीवल्लभ को स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) को 2 जनवरी तक रिमांड पर सौंपा गया है।
एसओजी की पूछताछ में सामने आया कि आनंदपाल से दोस्ती के बाद भी श्रीवल्लभ चोरियां ही किया करता था। फिर जीवन गोदारा हत्याकांड में जेल गया और 10 साल जेल में रहा। आनंदपाल किसी भी जेल में रहे, उसके लिए अलग रसोई चलती थी। श्रीवल्लभ ही उसकी रसोई संभालता था क्योंकि आशंका थी कि कोई आनंदपाल को खाने में जहर दे सकता है।
एसओजी के आईजी दिनेश एमएन ने बताया कि आनंदपाल के फरारी काटने वाले स्थानों और मददगारों के बारे में अहम जानकारियां मिली हैं। श्रीवल्लभ पिछले मई तक आनंदपाल के साथ पंजाब के मौली में था। इसके बाद वह सूरत चला गया।
एएसपी करन शर्मा के अनुसार एक लाख के इनामी श्रीवल्लभ का कहना है कि उसे टीबी ने घेर लिया एसओजी और पुलिस के डर से वह कहीं टिक नहीं पा रहा था। ऐसे में इलाज भी नहीं करा पा रहा था। आनंदपाल के नाम से लोगों से वसूली कर गुजारा कर रहा था लेकिन कई बार भूखे पेट सोना पड़ा और किराया नहीं होने पर पैदल भी चलना पड़ा था।
काफी समय बाद बहन से मिलना हुआ तो उससे आर्थिक मदद मांगी थी। रुपए मिल जाते तो वह सूरत या अहमदाबाद में इलाज कराने वाला था। शर्मा के अनुसार सच जानने के लिए श्रीवल्लभ का चिकित्सकीय परीक्षण कराया जाएगा।
Bureau Report
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