सूरत: क्राइम ब्रांच ने लिम्बायत क्षेत्र में छह लाख रुपए के जाली नोट भुनाने का प्रयास कर रहे एक एनआरआई समेत तीन जनों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से एक हजार रुपए दर के 600 जाली नोट जब्त किए हैं।
डीसीपी क्राइम विशाल वाघेला ने बताया कि लिम्बायत शाचौक निवासी फैजल पटेल (26 ), सरफराज पटेल (35) व जाकिर पटेल (40) जाली नोटों को असली बताकर बीस से तीस प्रतिशत कम में उन्हें 2000 रुपए के नए या सौ रुपए के नोट के साथ बदलने कीफिराक में थे।
वे लोग मंगलवार को मोटरसाइकिल नम्बर जीजे 05-7615 पर लिम्बायत के संजीवनी अस्पताल के निकट से जा रहे थे। उसी दौरान पुलिस ने उन्हें धर दबोचा।
उनके कब्जे से पहली नजर में असली नजर आने वाले एक हजार रुपए के बंद हो चुके नोट बरामद हुए। गौर से देखने पर उनमें कई कमियां पाई गई। इसके आधार पर उनके खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस ने बताया कि जाकिर पटेल भरुच जिले के भड़कोदरा गांव का मूल निवासी है तथा यूनाइटेड किंगडम के दक्षिण लंदन में रहता है। पूछताछ में उसने बताया कि भारत में नोटबंदी होने के कारण वह कुछ दिन पूर्व लंदन से वाया मुंबई जाली नोट लेकर सूरत आया था। हालांकि पुलिस के गले उसकी बात नहीं उतर रही है। उसने एयरपोर्ट पर सुरक्षा एजेन्सियों को किस तरह से झांसा दिया या फिर कहीं और से उसने जाली नोट हासिल किए, पुलिस इसकी पड़ताल कर रही है।
पुलिस ने बताया कि सरफराज जाकिर का सगा भाई है तथा लिम्बायत में किसी सलीम भरुची के मकान में किराए पर रहता है। वह फैजल के साथ इलेक्ट्रीशियन के तौर पर काम करता था। 8 नवम्बर को नोटबंदी की घोषणा के बाद शुरू हुए कमीशनखोरी के गोरखधंधे के बारे में उसी ने जाकिर को बताया था।
Bureau Report
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