नहीं रहे जर्नलिस्ट चो रामास्वामी, कभी मोदी को ‘मौत का सौदागर’ कह कर स्टेज पर इनवाइट किया था; अंतिम संस्कार में भेजा केंद्रीय मंत्री

नहीं रहे जर्नलिस्ट चो रामास्वामी, कभी मोदी को 'मौत का सौदागर' कह कर स्टेज पर इनवाइट किया था; अंतिम संस्कार में भेजा केंद्रीय मंत्रीचेन्नई: सीनियर जर्नलिस्ट और पॉलिटिकल एनालिस्ट चो रामास्वामी का बुधवार को निधन हो गया। यहां अपोलो हॉस्पिटल में 82 साल के रामास्वामी ने आखिरी सांस ली। जर्नलिस्ट के अलावा एक्टर और पॉलिटिकल कमेंटेटर रह चुके रामास्वामी की मोदी से अच्छी दोस्ती थी। संभवतः इसी कारण पीएम ने ट्वीट कर श्रद्धांजलि दी। साथ ही, वह वीडियो भी शेयर किया जिसमें रामास्वामी ने उन्हें ‘मौत का सौदागर’ कह कर स्टेज पर इनवाइट किया था और उन्हें करप्शन, गरीबी, आतंकवाद जैसे मुद्दों को खत्म करने का श्रेय दिया था। बता दें कि गुजरात में रैली के दौरान मोदी के लिए सोनिया गांधी ने ये बयान दिया था। इस बीच, केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा केंद्र की ओर से उन्हें आखिरी विदाई देने के लिए चेन्नई जाएंगे। 

तमिलनाडु में एक प्रोग्राम के दौरान मोदी चो के न्योते पर पहुंचे थे। वहां एनुअल रीडर्स मीट थी। यहां जब मोदी को स्टेज पर बुलाने की बारी आई तो चो ने कहा, ”मैं अब आतंकवाद, करप्शन, नेपोटिज्म, नौकरशाही, लापरवाही के जिम्मेदार और मौत के सौदागर (मोदी) को स्टेज पर बुलाना चाहूंगा।” मोदी ने बुधवार सुबह ट्वीट कर कहा, ”उनके निधन से दुख हुआ। परिवार के लिए प्रार्थना करता हूं। तुगलक के असंख्य रीडर्स को भी हिम्मत मिले।” ”चो एक अच्छे दोस्त थे।”

मोदी ने स्टेज पर अपनी स्पीच का वीडियो भी शेयर किया है। मोदी ने तमिल में अपनी स्पीच की शुरुआत की थी।

कहा था, ”मैं चो का फैन हूं। मैंने उनका नाम इमरजेंसी के दौरान सुना था, जब वे डेमोक्रेसी के लिए खड़े हुए, लड़े। मैं उस वक्त अंडरग्राउंड था। उस वक्त मुझे बताया गया कि वो दो डंकी स्टोरी लिख रहे हैं।’

”कुछ दोस्तों ने डिटेल देने की कोशिश की। कुछ हिस्सों को मैंने ट्रांसलेट किया। मैंने हमेशा उनकी तारीफ की। वो हमेशा रीडर कॉन्फ्रेंस करते थे जो यूनीक था।”

”जब वो रीडर को बुलाते हैं तो इसका मतलब कि वे आलोचना के लिए तैयार रहते थे। रीडर कुछ भी पूछ सकता है। खुद की आलोचना सहने के लिए हिम्मत होनी चाहिए।”

”मैं हमेशा महसूस करता हूं कि मिस्टर चो ट्रू ड्रेमोक्रेट हैं। तमिलनाडु में कुछ लोग उन्हें राजगुरु भी कहते थे। वो बीजेपी की भी आलोचना करते हैं।”

सोनिया ने 2007 में नवसारी में रैली के दौरान कहा था, ”भाजपा के लोग आतंकवाद के खिलाफ लड़ने की बड़ी-बड़ी बातें करते हैं।”

”क्या सच नहीं है कि इन्हीं के राज में संसद पर हमले हुए। अक्षरधाम पर हमले हुए।”

”भय मुक्त समाज का दावा करने वालों के राज में कोई भी व्यक्ति अपने को सुरक्षित महसूस नहीं करता। मेरे भाई-बहनों के साथ अत्यचार हो रहा है।”

”सच्चाई ये है कि आज गुजरात की सरकार चलाने वाले झूठे, बेईमान, डर और मौत के सौदागर हैं।”

Bureau Report

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