नईदिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राजनीतिक दलों के बंद किए गए नोटों को बिना कर और जुर्माने के जमा कराने की सरकार की घोषणा पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर हमला करते हुए मांग की है कि उनकी इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से क्या डील हुई है उसे सार्वजनिक किया जाए।
केजरीवाल ने यहां अपने सरकारी निवास पर आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राहुल गांधी शुक्रवार को प्रधानमंत्री से मिले थे और उसके बाद यह घोषणा की गई। इससे पहले गांधी भ्रष्टाचार को लेकर मोदी पर बराबर आरोप लगा रहे थे, लेकिन उन्होंने इन आरोपों को सार्वजनिक नहीं किया।
प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद राजनीतिक दलों के लिए यह घोषणा की गई कि वह 500 और एक हजार रुपए के नोट बिना कर और जर्माना अदा किए जमा करा सकते हैं। यह घोषणा गांधी की प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद हुई, इसलिए कांग्रेस उपाध्यक्ष को यह बताना चाहिए कि उनकी क्या डील हुई है।
उन्होंने कहा कि गांधी को डील करना बंद कर देना चाहिए। प्रधानमंत्री पर भ्रष्टाचार को लेकर श्री गांधी पिछले कई दिनों से यह कहते आए हैं कि उनके पास सबूत हैं लेकिन इसका खुलासा नहीं किया गया। केजरीवाल ने कहा कि राहुल गांधी यह सब करना बंद करें नहीं तो जनता उन्हें माफ नहीं करेगी।
राजनीतिक दलों को मिलने वाले चंदे की जांच के लिए स्वतंत्र आयोग की मांग करते हुए केजरीवाल ने कहा कि यह आयोग पार्टियों के पिछले पांच साल के बही खातों की जांच करें और स्रोत का पता लगाए। उन्होंने राजनीतिक दलों को 20 हजार रुपए तक के चंदे का स्रोत नहीं पूछे जाने की सुविधा को भी खत्म किए जाने की मांग की।
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में गत दिवस की कई बढोत्तरी को नोटबंदी से जोड़ते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार के इस फैसले की वजह से रुपया कमजोर हुआ है और इसकी वजह से आयात महंगा पड़ रहा है।
तेल कंपनियों ने इसलिए पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ाए हैं। इस बढ़ोत्तरी को तुरंत वापस लिया जाए। गौरतलब है कि तेल विपणन कंपनियां अंतर्राष्ट्रीय बाजार की कीमतों के आधार पर हर पखवाड़े पेट्रोल और डीजल के दाम तय करती हैं।
Bureau Report
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