इस्लामाबाद. पाकिस्तान की संसद ने 5000 रुपए के नोटों को इकोनॉमिक सिस्टम से हटाने के प्रपोजल को मंजूरी दे दी है। हालांकि यह भी तय किया गया कि इन नोटों को कैसे हटाया जाएगा। पाकिस्तान मुस्लिम लीग के सांसद उस्मान सैफ उल्लाह खां ने संसद के सामने यह प्रपोजल रखा था। बता दें कि 8 नवंबर को भारत में नरेंद्र मोदी ने 500 और 1000 रुपए के नोट पर बैन लगा दिया था।
पाकिस्तान क्यों बंद कर रहा है 5000 की नोट?
– सांसद की ओर से प्रपोजल में कहा गया है कि 5000 रुपए के बड़े नोट बंद कर काले धन पर रोक लगाई जा सकती है।
– साथ ही लोगों में बैंक के इस्तेमाल की आदत को भी बढ़ावा दिया जा सकता है।
– पाकिस्तान ने अगले तीन से पांच साल में यह नोट हटाने का फैसला किया है।
3 से 5 साल में 5000 के नोट बंद करने की सलाह
– 5000 के नोटों को तीन से पांच साल के भीतर बंद करने की सलाह दी गई है। ताकि, बिना किसी संकट के नोट हटाए जा सकें।
– पाक लॉ मिनिस्टर जाहिद हमीद ने कहा, “मौजूदा वक्त में 3.4 खरब नोट सर्कुलेशन में हैं और इनमें से 1.02 खरब नोट 5000 रुपये के हैं।”
– “इतनी बड़ी तादाद में नोट वापस लेने से करंसी का संकट आ जाएगा।”
वेनेजुएला में भी हुई थी नोटबंदी, हिंसा के बाद फैसला वापस
– वेनेजुएला में प्रेसिडेंट निकोलस मादुरो ने 11 दिसंबर को सबसे बड़े और ज्यादा चलने वाले 100 बोलिवर के नोट को बंद करने का एलान किया था।
– इस फैसले से कैश की भारी किल्लत हो गई। नई करंसी नहीं मिलने से संकट गहरा गया था। प्रदर्शन और पुलिस के साथ संघर्ष में एक शख्स की मौत भी हो गई।
– नोटबंदी के बाद हुई हिंसा-लूटपाट को देखते हुए सरकार ने हफ्ते भर बाद ही फैसला वापस ले लिया। देश की टोटल करंसी का 77% हिस्सा 100 बोलिवर के नोट में था।
– लोगों को नोट बदलने के लिए 10 दिन का समय दिया गया था, लेकिन कैश की किल्लत के चलते वे खाने-पीने की चीजें और क्रिसमस के उपहार तक नहीं खरीद पा रहे थे।
– नोटबंदी के फैसले को फिलहाल जनवरी तक के लिए टाल दिया गया है।
Bureau Report
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