नई दिल्ली : बीजेपी ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के उन आरोपों पर पलटवार किया है कि मोदी सरकार अंबानी और अडानी जैसे कॉर्पोरेट घरानों की सरकार है। भाजपा ने बाकायदा आंकड़े जारी कर इन आरोपों का खंडन किया है।
जब भाजपा से कार्पोरेट घरानों को फायदा पहुंचाने और गुजरात का सीएम रहते वक्त नरेंद्र मोदी को सहारा और बिड़ला से पैसे मिलने के आरोपों के बारे में पूछा गया तो भाजपा ने कहा कि वास्तव में उसने यूपीए सरकार के वक्त बड़े बिजनस घरानों को जो लोन दिया गया था, उसे हासिल करने की कवायद शुरू की।
भाजपा प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा ने कहा, यूपीए सरकार के दौरान, अडानी को 72 हजार करोड़ का और अंबानी ग्रुप को 1 लाख 13 हजार करोड़ रुपये का लोन दिया गया था। इन दोनों सहित कई और कॉर्पोरेट घरानों से लोन रिकवरी की प्रक्रिया तभी शुरू हुई जब 2014 में नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री की कुर्सी संभाली।
भाजपा प्रवक्ता ने इस बारे में कई बैंक स्टेटमेंट्स और अन्य दस्तावेज मीडिया के सामने पेश किए ताकि अपनी इस बात को साबित कर सकें कि कांग्रेस खैरात बांटने में लगी हुई थी और मोदी सरकार ने सत्ता संभालने के बाद वसूली का अभियान चलाया।
भाजपा की तरफ से जो दस्तावेज पेश किए गए, उनसे पता चलता है कि 2005 से 2013 के दौरान विभिन्न कॉर्पोरेट घरानों को जो 36.5 लाख करोड़ रुपये का लोन दिया गया था, उसे मनमोहन सिंह की अगुवाई वाली यूपीए सरकार के दौरान माफ कर दिया गया था।
Bureau Report
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