नईदिल्ली: रेलवे कल से (मंगलवार) फ्लेक्सी फेयर सिस्टम में अहम बदलाव करने जा रहा है। क्योंकि फ्लेक्सी फेयर के तहत रेलवे को यात्री नहीं मिल रहे हैं।
मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक अब ट्रेन में पहला चार्ट बन कर तैयार होने के बाद जो सीट खाली रह जाएगी तो उसे 10 फीसदी कम किराए में बेचा जाएगा। सभी फैसले 20 दिसम्बर से लागू होंगे और अगले 6 महीने तक चलेंगे।
आपको बता दें कि फ्लेक्सी फेयर के तहत किराया बढ़ाने का फैसला रेलवे ने सितम्बर में लिया। इसके तहत राजधानी शताब्दी और दुरंतो जैसी प्रीमियम ट्रेनों के किराए बढ़ाये गए।
राजधानी शताब्दी और दुरंतो में 30 फ़ीसदी तत्काल कोटा होता था, अब घटा कर 10 फ़ीसदी कर दिया गया है। क्योंकि तत्काल में भी फ्लेक्सी फेयर कर दिया गया था। जिससे तत्काल कोटे की सीट भी नहीं भर पा रही थी।
फलेक्सी फेयर में पहले 10 % सीट नार्मल किराये पर बेचना, फिर अगले 10% सीट नार्मल से 10% ज्यादा किराये पर, उसके अगली 10% सीट नार्मल से 20 % ज्यादा किराये पर, और अगली 10% सीट नार्मल से 30 % ज्यादा किराये पर। ऐसे 50 % ज्यादा किराये तक बेचने का प्रावधान था। लेकिन रेलवे को तीन महीने में मात्र 130 करोड़ का ही लाभ हुआ। सीट के दाम इतने बढ़ गए की खरीदार नहीं रहे और बर्थ खाली जाने लगी।
Bureau Report
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