नईदिल्ली: समाजवादी पार्टी (सपा) के अखिलेश गुट ने चुनाव आयोग से मिलकर पार्टी के चुनाव चिन्ह ‘साइकिल’ पर दावा पेश करते हुए आज कहा कि वह ही असली पार्टी है।
अखिलेश गुट के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद रामगोपाल यादव, नरेश अग्रवाल और पार्टी उपाध्यक्ष किरणमय नंदा ने चुनाव आयोग के साथ लगभग 20 मिनट की बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि सपा के तमाम कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के नेतृत्व में आस्था व्यक्त की है और उन्हें सर्वसम्मति से पार्टी का नया अध्यक्ष चुना गया है।
इसके आधार पर ही पार्टी के नाम और चुनाव चिन्ह पर अखिलेश गुट ने अपना दावा किया है। रामगोपाल यादव ने कहा कि इस संबंध में चुनाव आयोग को एक ज्ञापन सौंपा है जिसमें कहा गया है कि अखिलेश गुट ही असली समाजवादी पार्टी है और पूरी पार्टी अखिलेश यादव के साथ है इसलिए पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह ‘ साइकिल’ उन्हें ही आवंटित किया जाना चाहिए। कल भी मुलायम ङ्क्षसह यादव के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग से मिला था और सपा के नाम और चुनाव चिन्ह पर दावा किया था।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव तथा राम गोपाल यादव द्वारा लखनऊ में आयोजित सपा के आपात राष्ट्रीय अधिवेशन में मुलायम को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से हटाकर संरक्षक बनाया गया था । अधिवेशन में अखिलेश यादव को नया राष्ट्रीय अध्यक्ष घोषित किया गया था । मुलायम सिंह यादव ने इस कदम को असंवैधानिक और गैर कानूनी बताया है ।
जानकारों का कहना है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव निकट है और निर्वाचन आयोग स्थिति की नाजुकता को देखते हुए दोनों पक्षों को नए नाम और नए चुनाव चिह्न आवंटित कर सकता है। पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एस वाई कुरैशी ने कहा है कि संभवत: सपा के चुनाव चिह्न पर रोक लगाई जा सकती है और दोनों पक्षों को अस्थायी तौर पर नए चिह्न दिए जा सकते हैं।
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