नईदिल्ली: न्यायामूर्ति जेएस खेहर ने बुधवार को उच्चतम न्यायालय के 44वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ग्रहण की।
राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने यहां राष्ट्रपति भवन में एक गरिमामय समारोह में न्यायमूर्ति खेहर को देश के मुख्य न्यायाधीश पद की शपथ दिलाई।
इस मौके पर उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केन्द्रीय मंत्रिमंडल के कई सदस्य, उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश तथा कई गण्यमान्य व्यक्ति मौजूद थे।
जज्बाती और बेबाक मुख्य न्यायाधीश टी.एस. ठाकुर रिटायर
मधुर भाषी लेकिन उतने ही सख्त और कोर्ट के अंदर ही नहीं बाहर भी अपनी बात उतनी ही बेबाकी से कहने वाले मुख्य न्यायधीश जस्टिस तीरथ सिंह ठाकुर की मंगलवार को रिटायर हो गए। अपने कार्यकाल के दौरान दिए कई बेहद अहम फैसलों के लिए जस्टिस ठाकुर याद किए जाएंगे।
शेरो-शायरी के काफी शौकीन जस्टिस ठाकुर ने कोर्ट रूम में सुनवाई के दौरान भी अक्सर अपनी बात इसी अंदाज में कही। ऐसा कम ही होता था जब जस्टिस ठाकुर की कोर्ट में माहौल तनावपूर्ण हो गया हो। अक्सर हलके-फु ल्के मुहावरे के जरिए वो कटाक्ष भी करते रहे। जजों की नियुक्ति मामले पर जस्टिस ठाकु र ने कई बार सरकार पर सख्त टिप्पणियां भी की।
महत्वपूर्ण दौर में बने थे चीफ जस्टिस
जस्टिस ठाकुर ने सीजे पद पर 3 दिसंबर, 2015 को कार्यभार ग्रहण किया। ये वो समय था जब देश में धार्मिक असहिष्णुता पर बहस चल रही थी। पत्रकारों से जस्टिस ठाकुर ने मुलाकात की और कहा की जब तक सुप्रीम कोर्ट है तब तकडरने की जरूरत नहीं है। दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को कम करने के लिए दिल्ली सरकार ऑड-ईवन शुरू कर रही थी और जस्टिस ठाकुर ने इसका समर्थन किया, जिसकी वजह से दिल्ली सरकार की हिम्मत बढ़ी। विज्ञान भवन में एक कार्यक्रम के दौरान जस्टिस ठाकुर प्रधानमंत्री की मौजूदगी में भावुक हो गए। उनकी आंखों से आंसू तक निकल आए।
मैं किसी तरह का कोई भारीपन नहीं ले कर जा रहा हूं, जो मैं सोचता हूं वहीं मैंने कहा, कोर्ट के अंदर और बाहर भी। मुझे किसी तरह का कोई मलाल नहीं है। मीडिया की तरफ से मिले सहयोग के लिए शुक्रिया।
-जस्टिस टी.एस. ठाकुर, सीजेआई
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