नईदिल्ली: परमाणु शस्त्र ले जाने में सक्षम भारत की अग्नि-4 मिसाइल का सोमवार को सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया। ओडिशा के बालासोर केंद्र में हुआ परीक्षण पूरी तरह सफल रहा।
भारत ने सोमवार (26 दिसंबर) को अग्नि-5 का सफल परीक्षण किया था। अग्नि-5 5,000 किलोमीटर से भी अधिक दूरी पर स्थित लक्ष्य को भेदने में सक्षम है। अग्नि-5 की जद में पाकिस्तान और चीन दोनों हैं। अबतक भारत के पास अग्नि मिसाइल श्रृंखला में 700 किलोमीटर के रेंज का अग्नि-एक, 2000 किलोमीटर रेंज की अग्नि-दो और 2500-3500 से अधिक रेंज की अग्नि तीन और अग्नि-चार मिसाइल है।
परमाणु हथियारों से लैस बलिस्टिक मिसाइल अग्नि-5 के परीक्षण के बाद भारत अब मिसाइल क्षेत्र में एक और बड़ी छलांग लगाने की तैयारी में है। अग्नि-4 के बाद भारत अग्नि-6 पर भी काम कर रहा है। यह मिसाइल कई हथियार एक साथ ले जाने में सक्षम होगा और दुश्मन के डिफेंस सिस्टम यानी मल्टिपल इंडिपेंडेंटली टारगेटेबल री-एंट्री वीइकल्स को मात देने के लिए तकनीकी रूप से चालाक होगा।
मध्यम-दूरी तक वार करने की क्षमता वाले पृथ्वी और धनुष मिसाइलों के अलावा एसएफसी ने भारतीय बेड़े में अग्नि-1, अग्नि-2 और अग्नि-3 मिसाइलों को भी शामिल किया। ये मिसाइल जहां मुख्य तौर पर पाकिस्तान की ओर केंद्रित हैं, वहीं अग्नि-4 और अग्नि-5 का फोकस चीन पर है। हालांकि चीन मिसाइल और परमाणु क्षमता में अभी भी भारत से काफी आगे है।
Leave a Reply