काबुल: अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में मंगलवार को तालिबान के हमलावरों ने लगातर तीन सिलसिलेवार धमाके किए। जिसके बाद पूरा शहर इस धमाके से दहल उठा। राजधानी में हुए इस धमाके में 38 लोगों की मौत हो गई तो वहीं 97 लोग बुरी तरह से घायल हो गए हैं।
इस सिलसिलेवार हमले में पहले दो धमाके अफघानिस्तान के संसद के पास हुए। जिसमें 30 लोगों की मौत हो गई तो वहीं 80 लोग घायल हो गए। संसद के पास हमला तब हुआ जब यहां लोगों की काफी भीड़ थी। साथ ही लोग अपना काम पूरा कर संसद से बाहर निकल रहे थें। सूत्रों के मुताबिक, धमाका किसी कार को माध्यम बनाकर किया गया। साथ ही इस धमाके के निशाने पर कर्मचारी थे।
तो वहीं तीसरा हमला कंधार प्रांत में हुआ, जहां यूएई के राजदूत और स्थानिय प्रशासन के बीच बैठक हो रही थी। और इस हमले में 7 लोगों की मौत हो गई। जबकि 18 लोग घायल हो चुके हैं। कंधार प्रांत में हुए धमाके में यूएई के राजदूत और प्रांत के गवनर्र भी धायल हो गए हैं। जो अफगानिस्तान में यूएई की ओर से चलाए जा रहे लोगों की सहायता कार्यक्रम को देख रहे थे।
काबुल के स्थानिय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस धमाके को पहले एक आत्मघाती हमलावर ने अंजाम दिया। जिसके बाद एक विस्फोट कार में हुआ। तो वहीं स्वास्थ्य मंत्रालय ने आशंका जाहिर की है कि मरने वालों और घायलों की संख्या और ज्यादा हो सकती है। इस भीषण आतंकी हमले में सैन्य और असैन्य लोगों समेत कुल 38 लोगों की जान जा चुकी है। साथ कई घायल हो गए हैं।
इस हमले की जिम्मेदारी लेते हुए तालिबान ने कहा कि वह देश के खुफिया एजेंसियों को निशाना बना हमला कर रहे थे। जहां कई आम नागरिकों समेत सुरक्षा बल के कई सदस्द मारे गए।
तो वहीं इस घटना की निंदा करते हुए देश राष्ट्रपति ने कहा कि इस तरह के आतंकी हमलों को अंजाम देने वालों को माफ नहीं किया जा सकता है। साथ ही कहा कि इस हमले में शामिल सभी दोषियों को जल्द से जल्द से पकड़कर उन्हें कड़ी सजा दी जाएगी।
पीएम मोदी ने काबुल हमले की निंदा की है. पीएम मोदी ने ट्विटर के जरिए इस आतंकी हमले की निंदा की है और लिखा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत हमेशा आफगानिस्तान के साथ खड़ा है।
Bureau Report
Leave a Reply