नई दिल्ली : दिल्ली महिला कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष बरखा शुक्ला सिंह ने बीजेपी का दामन थाम लिया है। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्याम जाजू और केंद्रीय मंत्री विजय गोयल की मौजूदगी में प्रदेश कार्यालय में शनिवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में बरखा सिंह ने भाजपा में शामिल होने की घोषणा की।
उनके खिलाफ शुक्रवार को पार्टी विरोधी गतिविधियों का आरोप लगाकर कांग्रेस से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया गया था। इससे पहले गुरुवार को दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष बरखा सिंह ने दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन पर दुव्र्यवहार करने का आरोप लगाते हुए इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर कार्यकर्ताओं की बात नहीं सुनने के आरोप लगाए थे।
बरखा सिंह ने भाजपा में शामिल होने के मौके पर कहा कि कांग्रेस पहले जनाधार वाली पार्टी थी और अब वह परिवारवाद से संचालित होती है। कांग्रेस नेताओं में सच सुनने की क्षमता नहीं रह गई है। कांग्रेस काफी नीचे गिर गई है जिसका उन्हें बहुत दुख है।
यह पूछे जाने पर कि महिला कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देते हुए उन्होंने पार्टी नहीं छोडऩे की बात कही थी। बरखा ने कहा कि जब कांग्रेस ने उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया तब उनके सामने कोई विकल्प नहीं बचा था। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों से प्रभावित होकर भाजपा में शामिल हुई हैं।
उन्हें पद की कोई लालसा नहीं है और वह विशेषकर महिलाओं की भलाई के काम करने के लिए भाजपा में शामिल हुई हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा महिलाओं और विशेषकर मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक से आने वाली दिक्कतों को लेकर जिस तरह काम कर रही है। उससे वह प्रभावित हुई है।
उन्होंने महिलाओं के लिए स्वयंसेवी संगठन के जरिए काम करती है। इससे संगठन से बड़ी संख्या में मुस्लिम महिलायें जुड़ी हुई हैं। दिल्ली के तीनों निगमों के 23 अप्रैल को होने वाले चुनाव से पहले बरखा के कांग्रेस नेताओं पर दिए गए बयान पर पार्टी ने त्वरित संज्ञान लेते हुए छह साल के लिए दल से निष्कासित कर दिया था।
गौरतलब है कि दिल्ली कांग्रेस के कद्दावर नेता और शीला सरकार में मंत्री रहे अरविंदर सिंह लवली ने भी मंगलवार को कांग्र्रेस नेतृत्व पर नगर निगम चुनावों में टिकटों बेचे जाने का आरोप लगाते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया था और बीजेपी में शामिल हो गए थे।
बरखा ने आरोप लगाया था कि दिल्ली नगर निगम चुनावों के लिए महिलाओं को पर्याप्त संख्या में टिकट नहीं दिए गए। इसकी शिकायत राहुल गांधी से भी की गई थी लेकिन उनकी बात नहीं सुनी गई।
उन्होंने कहा कि बहुत दु:खी होकर मुझे यह कहना पड़ रहा है कि राहुल गांधी और अजय माकन की अगुवाई में महिलाओं के अधिकार और सुरक्षा के मसले पर केवल वोट बटोरने के लिए बात की जाती है। माकन ने न केवल मेरे साथ दुव्र्यवहार किया बल्कि महिला कांग्रेस की कई अन्य पदाधिकारियों के साथ भी ऐसा बर्ताव किया। यह बात जब राहुल गांधी के संज्ञान में लाई गई तो उन्होंने अनदेखी कर दी।
Bureau Report
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