नईदिल्ली: कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर गंभीर आरोप लगाने पर 6 साल के लिए निष्कासित दिल्ली प्रदेश महिला कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष बरखा शुक्ला सिंह ने शुक्रवार को कहा कि पार्टी ने उन्हें निकाल कर दिमागी दिवालियापन का सबूत दिया है। बरखा ने राहुल गांधी और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन पर दुव्र्यवहार का आरोप लगाते हुए पद से इस्तीफा दे दिया था लेकिन कहा था कि वह पार्टी में बनी रहेंगी।
कांग्रेस ने बरखा के बयान को पार्टी विरोधी गतिविधि मानते हुए 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया। उन्होंने कहा कि पार्टी से निकाल कर कांग्रेस ने दिमागी दिवालियापन का सबूत दिया है।
एक न्यूज चैनल के साथ बातचीत में बरखा सिंह ने कहा कि पार्टी में कोई भी बोलने की हिम्मत नहीं दिखा पा रहा था। पार्टी से निकालने के फरमान का करारा जवाब दिया जाएगा।
अगले कदम के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि सारे विकल्प खुले है। वह अदालत और चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाएंगी पार्टी में रह कर ही अपनी लड़ाई लड़ेंगी।
उन्होंने कहा कि मेरे दिल में कांग्रेस है और मैं किसी और पार्टी में नहीं जाउंगी। पूर्व विधायक ने कहा कि पार्टी से निष्कासन राहुल गांधी की मानसिकता दिखाता है। हम राहुल गांधी मुक्त कांग्रेस मुहिम चलाएंगे। राहुल गांधी दिमागी रूप से बीमार हैं और माकन ने मुझे गाली दी है।
निगम चुनावों में टिकटों के वितरण में महिलाओं की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए बरखा ने कहा था कि पार्टी कार्यकर्ताओं की आवाज दबाई जा रही है और उनकी शिकायतों को दूर नहीं किया जा रहा।
गौरतलब है कि निगम चुनाव से पहले पार्टी के कई कद्दावर नेता टिकट वितरण को लेकर अपनी नाराजगी जता चुके हैं। दिल्ली कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व मंत्री अरविंदर सिंह लवली तथा दिल्ली युवा कांग्रेस के अध्यक्ष अमित मलिक पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए।
Bureau Report
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