जयपुर: राजस्थान में स्वाइन फ्लू गर्मी की ऋतु में भी लोगों को शिकार बना रहा है। कई जगह हैं, जहां यह नहीं थमा। राजधानी जयपुर में स्वाइन फ्लू के मरीजों की संख्या लगातार बढती जा रही है। अब पांच और अन्य लोगों को स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई।
अकेले जयपुर में हुए 92 मरीज
विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जो मरीज सामने आ रहे हैं उनमें ज्यादातर मरीज आउटडोर में उपचार लेकर ठीक हो रहे हैं। राजधानी जयपुर में स्वाइन फ्लू के मरीजों की संख्या 92 तक जा पहुंची है। वहीं विभाग को इस बार स्वाइन फ्लू के साथ ही डेंगू और मलेरिया से भी लडऩा होगा। विभाग के अधिकारियों के अनुसार स्वाइन फ्लू के साथ ही डेंगू और मलेरिया से लडऩा विभाग के लिए अग्नि परीक्षा से कम नहीं होगा।
प्रदेश में यह आंकड़ा सौ के उपर पहुंच गया है
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग बार-बार यह दावे करते हुए नहीं थक रहा है कि स्वाइन फ्लू के मामले अप्रेल तक आना कोई चिंता की बात नहीं है। क्योंकि इस बार स्वाइन फ्लू से मौत का आंकड़ा ज्यादा नहीं है। वहीं लोग स्वाइन फ्लू के लक्षण सामने आते ही अस्पतालों में जाकर अपना उपचार कर करा रहे हैं। जबकि राजधानी जयपुर में ही अब स्वाइन फ्लू के मरीजों का आंकड़ा सौ के लगभग पहुंच गया है।
वहीं प्रदेश में यह आंकड़ा सौ के उपर पहुंच गया है और अब भी मामले सामने आ रहे हैं। वहीं विभाग के पास निजी अस्पतालों से सही-सही आंकड़े अब भी नहीं मिल रहे हैं।
डेंगू और मलेरिया से लडऩे के लिए 60 लाख
वहीं विभाग स्वाइन फ्लू के साथ ही डेंगू और मलेरिया से भी लडऩे की तैयारी कर रहा है। विभाग के अधिकारी कह रहे हैं कि अस्पतालों में अब मलेरिया के मरीज आने लगे हैं और थोड़े दिनों में डेंगू भी अपने पैर पसार लेगा। ऐसे में विभाग के लिए एक साथ तीन-तीन बीमारियों से लडऩा किसी बडी समस्या से कम नहीं होगा। हालांकि विभाग ने डेंगू और मलेरिया से लडऩे के लिए लगभग 60 लाख रुपए का बजट स्वीकृत कर दिया है, लेकिन स्वाइन फ्लू के लगातार सामने आ रहे मामले कब तक नियंत्रण में आते हैं।
Bureau Report
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