जमशेदपुर: झारखंड के छोटे से गांव में बालिका सशक्तीकरण को लेकर प्रशासन ने अभिनव प्रयोग किया है। शिक्षा विभाग ने जादूगोड़ा के पास दुरकू गांव के हाई स्कूल की 10वीं की छात्रा को एक दिन का प्रिंसिपल बनाया।
प्रियंका बाकायदा सबसे पहले स्कूल पहुंची। प्रियंका ने मिड-डे मील के लिए बनाए गए खाने की जांच की और इसके बाद खाना बंटवाया। डिप्टी कलक्टर संजय कुमार भी स्कूल पहुंचे थे, प्रियंका ने उन्हें भी मिड-डे मील का स्वाद चखाया।
प्रियंका ने डिप्टी कलक्टर को स्कूल की बुनियादी जरूरतों के बारे में बताया और उन्हें प्रशासन से पूरा करने की मांग की। इस अभिनव प्रयोग का श्रेय सीएम कैम्प ऑफिस के डिप्टी कलक्टर संजय कुमार की पहल पर किया गया था। शनिवार को स्कूल पहुंचते ही प्रिंसिपल सुनील यादव ने मनोनीत प्रिंसिपल प्रियंका को प्रिंसिपल रूम तक ले जाकर उनकी कुर्सी पर बैठाया।
बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान: प्रार्थना सभा में प्रियंका ने कहा कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान को सफल बनाने के लिए छात्रों और टीचर्स को भूमिका निभानी होगी। छात्र अवकाश के दिन गांव में घूमें और स्कूल छोड़ चुके बच्चों को स्कूल लाने का प्रयास करें। प्रियंका ने संकल्प दिलाया कि प्रत्येक छात्र अपने पड़ोस के एक निरक्षर को जरूर पढऩा-लिखना सिखाएं।
पढऩे में भी अव्वल: सं थाल आदिवासी परिवार से आने वाली 14 वर्षीय छात्रा प्रियंका कक्षा दसवीं की छात्रा हैं और अपने पिता की तीन बेटियों में से दूसरे नंबर की बेटी हैं। पढऩे में अव्वल प्रियंका की स्कूल में उपस्थिति 100 प्रतिशत है उसने एक भी दिन स्कूल मिस नहीं किया है।
Bureau Report
Leave a Reply