नर्इदिल्ली: सुप्रीम कोर्ट में तीन तलाक को लेकर सुनवार्इ के दौरान कपिल सिब्बल की एक बात ने नर्इ बहस छेड़ दी है। आॅल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लाॅ बोर्ड के वकील कपिल सिब्बल ने इस मामले में कहा कि जब भगवान राम का अयोध्या में जन्म होना आस्था का विषय हो सकता है तो फिर तीन तलाक का मुद्दा आस्था का विषय क्यों नहीं हो सकता? इसे लेकर राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गर्इ है। भाजपा नेता संबित पात्रा ने इसे लेकर सिब्बल को जवाब दिया है।
संबित पात्रा ने फेसबुक पर एक पोस्ट के जरिए सिब्बल के उस बयान की खिंचार्इ की है। उन्होंने लिखा, ‘सिब्बलजी, तीन बार राम बोला तो दुख दूर होता है। तीन बार तलाक बोलो तो दुख शुरू होता ह। यही फर्क है राम आैर तलाक में’।
इसके साथ ही उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ‘आस्था आैर अत्याचार ये एक कैसे हो सकते हैं? आैर ‘अयोध्या में राम जन्म’ ये आस्था ही नहीं अपितु परम सनातन सत्य है।’
ये पहली बार नहीं है जब कपिल सिब्बल कांग्रेस को राम के मुद्दे पर फंसा चुके हैं। रामसेतु के मुद्दे पर तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में बयान दिया था कि राम सेतु जैसी कोर्इ चीज नहीं है आैर ये महज एक कल्पना है। उस वक्त सुप्रीम कोर्ट में केन्द्र सरकार के वकील कपिल सिब्बल ही थे।
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