जयपुर: चार महीने के मासूम को मौत के घाट उतारने के बाद मां ने फांसी लगा ली। दिल दहला देने वाली यह घटना चाकसू से सामने आई है। पत्नी और बेटे का शव जब पिता ने देखा तो उसके पैरों तले जमीन सरक गई। हंगामा मच गया और पुलिस को मौके पर बुलाया गया। पुलिस ने उपखंड अधिकारी की देखरेख में दोनों के पोस्टमार्टम करवाए हैं। घटना चाकसू के रामनिवास गांव की है। जयपुर जिले की यह तीसरी घटना है जब किसी मां ने अपने मासूम बच्चे को अपने ही हाथों से मौत के घाट उतारा है।
पति से कहा, बच्चे को लग रही है गर्मी
बच्चे के पिता रामसिंह ने पुलिस को बताया कि वह अपनी पत्नी दीपिका और चार महीने के बेटे आयुष के साथ कमरे के बाहर सो रहा था। रात करीब एक बजे दीपिका ने कहा कि आयुष रो रहा है। उसे गर्मी लग रही है। इस कारण से वह कमरे में पंखे के नीचे सोने जा रही है। रामसिंह को यह एकदम सामान्य लगा, लेकिन आज सवेरे जब उसकी नींद खुली तो उसकी दुनिया उजड़ चुकी थी। चार महीने के आयुष का शव पलंग के पास पड़ा था और दीपिका कुंदे पर लटकी हुई थी। आयुष के गले पर अंगुलियों के निशान हैं। रामसिंह ने पुलिस को बताया कि उसे नहीं पता था कि दीपिका के मन में क्या चल रहा है और उसने एेसा क्यूं किया।
चार साल के बेटे को भी मारने की हुई थी कोशिश
चाकसू पुलिस ने बताया कि दीपिका और रामसिंह के चार साल का एक बेटा और है। करीब चार से पांच महीने पहले उसे गंभीर अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराय गया था। परिजनों ने पुलिस से छुपाने की कोशिश की थी लेकिन बाद में पता चला कि दीपिका ने ही गला दबाकर उसे मारने की कोशिश की थी। लेकिन बच्चे के चीखने पर घर वालों ने उसे बचा लिया था।
पूछताछ कर रही पुलिस
चाकसू पुलिस ने बताया कि गांव के रहने वाले अन्य लोगों ने पूछताछ में बताया कि दीपिका लोगों से कम ही बात करती थी। वह घर से भी कम ही बाहर निकलती थी। कई बार उसे देखकर उसकी दिमागी हालत खराब होने का अंदेशा भी होता था। रामसिंह फोटोग्राफी का काम करता था और कई बार देर रात तक घर आता था।
जयपुर जिले में तीसरी वारदात
जयपुर जिले में यह तीसरी वारदात है जब मासूम बच्चे को उसकी ही मां ने मार डाला। करीब डेढ़ साल पहले शास्त्री नगर में रहने वाली एक महिला ने अपनी चार महीने की मासूम को मारकर एसी में डाल दिया था। वहीं करीब एक महीने पहले प्रताप नगर में रहने वाली एक महिला ने अपने चार साल के बच्चे को मारकर पड़ोसी के टैंक में डाल दिया था।
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