नईदिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी मंगलवार को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के लिए रवाना हुए। दोनों नेताओं को लखनऊ की विशेष सीबीआई अदालत के समक्ष बाबरी मस्जिद मामले में पेश होना है। अयोध्या में छह दिसम्बर 1992 को विवादित ढांचा गिराये जाने के मामले में आडवाणी और जोशी के अलावा पार्टी की एक अन्य वरिष्ठ नेता उमा भारती को भी सीबीआई की विशेष अदालत में पेश होना है।
आडवाणी समेत 12 लोगों पर आरोप तय होना है। आरोप तय होने के समय अदालत में आरोपी का मौजूद रहना जरुरी होता है। आडवाणी, जोशी, भारती, भाजपा सांसद विनय कटियार, विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) नेता विष्णुहरि डालमिया और साध्वी ऋतम्भरा को गत 26 मई को अदालत में पेश होना था, लेकिन अदालत की कार्यवाही शुरू होते ही उनके वकील ने हाजिरीमाफी की दरख्वास्त दे दी।
विशेष अदालत के न्यायाधीश सुरेन्द्र कुमार यादव ने हाजिरी माफी तो दे दी थी, लेकिन 30 मई यानि आज उन्हें हर हाल में पेश होने का आदेश दिया था। सीबीआई ने बाबरी ढांचा गिराए जाने में साजिश संबंधी आरोप से 2001 में आडवाणी को विवेचना में मुक्त कर दिया था।
2010 में इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने भी सीबीआई अदालत के आदेश को सही मान लिया था लेकिन उच्चतम न्यायालय ने गत 19 अप्रैल को सीबीआई की विशेष अदालत को साजिश के आरोप में भी मुकदमा चलाने का आदेश दे दिया।
Bureau Report
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