नर्इदिल्ली: भारतीय महिला नागरिक उज्मा ने इन दिनों पाकिस्तान के इस्लामाबाद में स्थित भारतीय उच्चायोग में शरण ली है। वहीं एक पाकिस्तानी शख्स ने उच्चायोग पर उसकी पत्नी को हिरासत में रखने का आरोप लगाया है। उसका कहना है कि उज्मा वीजा के लिए आवेदन करने गर्इ थी।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, नर्इ दिल्ली की उज्मा आैर पाकिस्तान के ताहिर की मुलाकात मलेशिया में हुर्इ थी। दोनों एक दूसरे से प्रेम करने लगे। एक मर्इ को ही उज्मा वाघा सीमा से होते हुए पाकिस्तान पहुंची थी आैर दोनों ने तीन मर्इ को निकाह कर लिया।
ताहिर का कहना है कि इसके बाद वे दोनों उच्चायोग भवन में गए। जहां पर वीजा फाॅर्म आैर अपने फोन उन्होंने अधिकारियों को सौंपे। उनका कहना है कि अधिकारियों ने उजमा को अंदर बुलाया आैर उसे बाहर ही रोक दिया गया। कर्इ घंटों के बाद भी जब उज्मा नहीं लौटी तो अधिकारियों ने कहा कि वह उच्चायोग में नहीं है। साथ ही ताहिर का आरोप है कि अधिकारियों ने उनके तीन मोबाइल भी वापस करने से मना कर दिया। इस मामले में ताहिर ने पुलिस थाने में रिपोर्ट भी दर्ज करार्इ है, जिसमें उसे जबरदस्ती रोकने का आरोप लगाया है।
ये मामला सामने आने के बाद भारतीय उच्चायोग ने कहा है कि उज्मा अपनी मर्जी के बगैर वहां पर रह रही थी। एफआर्इआर दर्ज होने के बाद ये मामला पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय तक भी पहुंचा है। मंत्रालय ने भारतीय उच्चायोग के हवाले से कहा है कि ताहिर पहले से ही शादीशुदा है आैर उसके चार बच्चे भी हैं। इसी कारण उसने वापस जाने का अनुरोध किया है।
हम आपको बता दें कि महिला के पास पाकिस्तान के बुनेर का वीजा है। बुनेर स्वात घाटी के पास का शहर है जहां का वीजा हासिल करना एक भारतीय के लिए काफी मुश्किल होता है।
Bureau Report
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