नईदिल्ली: राष्ट्रीयकृत बैंकों का कर्ज चुकाए बिना भारत छोड़कर लंदन भागे शराब कारोबारी विजय माल्या का प्रत्यर्पण कराने के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और सीबीआई की एक संयुक्त टीम लंदन पहुंच गई है।
5 सदस्यीय संयुक्त टीम में सीबीआई के तीन अधिकारी और ईडी के दो अधिकारी शामिल हैं। ईडी और सीबीआई की यह संयुक्त टीम सोमवार को लंदन के लिए रवाना हुई थी। तो वहीं सूत्रों के मुताबिक, यह टीम भारतीय बैंकों का 8,191 करोड़ रुपये का ऋण चुकाए बिना मार्च 2016 में भारत छोड़कर ब्रिटेन भागे माल्या का प्रत्यर्पण कराने का प्रयास करेगी।
उधर सरकार ने इस मामले पर कहा है कि एजेंसियां माल्या को न्याय के कटघरे में खड़ा करने के लिए उसे भारत वापस लाने का पूरा प्रयास कर रही हैं। गौरतलब है कि विजय माल्या को पिछले महीने लंदन में गिरफ्तार करने के बाद जमानत पर रिहा कर दिया गया था। जहां मामले की अगली सुनवाई 17 मई को होगी।
ध्यान हो कि भारत सरकार ने इस साल फरवरी में ब्रिटिश प्रशासन से माल्या के प्रत्यर्पण का आधिकारिक तौर पर आग्रह किया था। इस मामले में माल्या ने पिछले महीने कहा था कि उन्हें किसी की दया या सहानुभूती की जरुरत नहीं है।
विजय माल्या ने जांच एजेंसियों पर सवाल उठाते हुए कहा था कि मुझे शक है कि इनके पास मेरे खिलाफ कोई सबूत भी है। अगर जांच में शामिल एजेंसियों के पास कोई ठोस सबूत है तो कानून के ऊपर छोड़ दें क्योंकि इस मामले में कानून खुद अपना काम करेगी।
Bureau Report
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