देहरादून: राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने शनिवार को बद्रीनाथ धाम में पूजा-अर्चना की। शनिवार सुबह जब बद्रीनाथ धाम के कपाट खुले तो राष्ट्रपति वहां मौजूद थे। इसके साथ ही सालाना चार धाम यात्रा पूरी तरह शुरू हो गई।
इससे पहले सप्ताह की शुरुआत में केदारनाथ धाम के कपाट खुले थे। शीतकाल में छह माह तक बंद रहने के बाद केदारनाम धाम के कपाट खुलने के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वहां मौजूद थे। उन्होंने मंदिर में पूजा-अर्चना की थी। बद्रीनाथ धाम में राष्ट्रपति मुखर्जी ने गर्भगृह में मंत्रोच्चार के बीच ईश्वर के समक्ष प्रार्थना की। इस दौरान सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए थे।
इससे पहले राष्ट्रपति गुजराती धर्मशाला पहुंचे और धार्मिक अनुष्ठान शुरू करने से पहले स्नान किया। इस दौरान राज्य के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज मुखर्जी के साथ रहे। राष्ट्रपति ने शुक्रवार को देहरादून में एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया, जिसके बाद उन्होंने यहां रात बिताई। तो वहीं मंदिर के कपाट खुलने के पहले दिन उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत और राज्यपाल कृष्णा कांत भी यहां पहुंचकर पूजा अर्चना की।
एक अधिकारी ने बताया कि यात्रा के लिए कपाट खुलने के दौरान सेना के बैंड ने धुन बजाई। छह माह बाद बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने के पहले दिन 10 हजार से अधिक श्रद्धालु भगवान बद्रीनाथ के दर्शन के लिए मौजूद थे। तो वहीं राष्ट्रपति के दर्शन को लेकर सुरक्षा व्यवस्था काफी कड़ी कर दी गई थी। और इस मंदिर में उस समय तक लोगों का प्रवेश रोक दिया गया, जबतक कि राष्ट्रपति मुखर्जी ने पुजा-अर्चना नहीं कर लिया।
Bureau Report
Leave a Reply