मुंबई: सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत मिली जानकारी से रेलेवे में हुए एक बड़े घोटाले की खुलासा हुआ है। जानकारी के मुताबिक पश्चिम-मध्य रेलवे कैटरिंग विभाग में दही 972 रुपए प्रति 100 ग्राम और तेल 1253 रुपए प्रति लीटर की दर से खरीदा गया है। ये जानकारी आरटीआई कार्यकर्ता अजय बोस की आरटीआई के तहत मिली है।
मिली सूचना से पता चला कि सेंट्रल रेलवे ने अमूल दही 972 रुपए प्रति 100 ग्राम की दर से खरीदा था, जबकि उसकी कीमत 25 रुपए है। रेलवे ने मार्च 2016 में 58 लीटर रिफाइंड तेल 72,034 रुपए (1241 रुपए प्रति लीटर) में खरीदा था। टाटा नमक के 150 पैकेट 2670 रुपए (49 रुपए प्रति पैकेट) में खरीदे, जबकि नमक के एक पैकेट की एमआरपी 15 रुपए थी। पानी की बोतल और कोल्डड्रिंक 59 रुपए प्रति बोतल की दर से खरीदे गए।
इसके बाद रेलवे हरकत में आया और खानपान की सामग्री के मूल्य के बारे में गलत जानकारी दिए जाने के मामले में तीन कर्मचारियों को मंगलवार को निलंबित कर दिया और एक अधिकारी का तबादला कर दिया। बोस ने यह आरटीआई तब लगाई, जब उन्हें पता चला कि रेलवे का कैटरिंग विभाग घाटे में है।
दरअसल, अजय बोस ने जुलाई 2016 में आरटीआई के तहत सूचना मांगी थी, लेकिन सेंट्रल रेलवे ने उन्हें पूरी जानकारी नहीं दी। इसके बाद बोस ने पहली अपील दायर की। अपीलीय अथॉरिटी ने रेलवे को 15 दिन के अंदर मांगी गई सूचना देने का आदेश दिया, लेकिन रेलवे अफसर कई महीनों तक टाल-मटोल करते रहे। इसके बाद दोबारा अपील की गई।
रेलवे ने चिकन, तुअर दाल, मूंग दाल, बेसन और टिशू पेपर को भी बाजार भाव से काफी अधिक दर पर खरीदा है। 570 किलो तुअर दाल 89,610 रुपए (157 रुपए प्रति किलो), 650 किलो चिकन 1,51,586 (233 रुपए प्रति किलो), 148.5 किलो मूंग दाल 89610 रुपए (157 रुपए प्रति किलो) और 178 पानी-कोल्डड्रिंक्स के बॉक्स (एक बॉक्स में 10 बोतलें) 106031 रुपए (59 रुपए प्रति बोतल) की दर से खरीदे गए।
रेलवे की खरीदी चीजों और वितरित की सामग्री में गड़बड़ है। जैसे 7680 रुपए में 250 किलोग्राम आटा खरीदा, लेकिन 450 किलो आटा (90 किलो बेस किचन को और 360 किलो आईआरसीटीसी-जन आहार कैंटिन को) बांटा गया। इसी तरह 20 किलो मैदा खरीदा गया, लेकिन वितरित 35 किलो किया गया। खरीदा गया 255 किलो बासमती चावल, लेकिन वितरित हुआ 745 किलो।
Bureau Report
Leave a Reply