सहारनपुर: सहारनपुर के 180 दलित परिवारों ने हिन्दू धर्म छोड़कर बौद्घ धर्म अपना लिया है। सहारनपुर हिंसा के बाद हालात काबू में हैं, लेकिन दलित परिवार नाराज हैं। हिंसा के दौरान भीम आर्मी पर दंगा फैलाने का आरोप लगा है, जिसके बाद इन परिवारों ने हिन्दू धर्म छोड़ने का फैसला किया है।
इन दलित परिवारों ने अपने घर में रखी भगवान की मूर्तियां आैर तस्वीरों को नदी में प्रवाहित कर दिया है। उनका आरोप है कि पुलिस साजिशन भीम आर्मी को बदनाम कर रही है आैर दलित समाज का उत्पीड़न किया जा रहा है। इसके विराेध में ही उन्होंने हिन्दू धर्म छोड़ने का निर्णय लिया है।
रुपड़ी, कपूरपुर, र्इघरी, उनाली आैर बाढ़ी माजरा गांव के दलित परिवार मानकमऊ पर स्थित बड़ी नहर पर छठ पूजा के लिए पहुंचे। यहां पर उन्होंने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की आैर कहा कि पुलिस भीम आर्मी के खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज कर रही है। उन्होंने कहा कि हमें हिन्दू धर्म में गिना जाता है लेकिन कोर्इ सुविधा नहीं मिलती। इसके बाद उन्होंने हिन्दू धर्म त्यागने का एेलान किया।
उधर, पुलिस का कहना है कि जिन गांवों के लोगों ने प्रदर्शन किया है उन गांवों के कुछ युवा सहारनपुर हिंसा के दौरान पथराव आैर आगजनी करने के आरोप में नामजद हैं। उनकी गिरफ्तारी काे रोकने के लिए यह असफल प्रयास किया गया है।
हम आपको बता दें कि सहानपुर में 20 अप्रैल काे सड़क दूधली में अंबेडकर यात्रा निकालने को लेकर मुस्लिम आैर दलित समुदाय के बीच पथराव हो गया था। इसमें कर्इ लोग घायल हुए आैर बहुत से वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया था। इसके बाद 5 मर्इ को शाबिरपुर गांव में महाराणा प्रताप यात्रा निकालने को लेकर राजपूतों आैर दलितों के बीच बवाल हो गया था। इस दौरान भी बड़ी संख्या में घरों आैर वाहनों को आग लगा दी गर्इ थी।
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