नई दिल्ली : पाकिस्तान की सीमा से लगी लाइन ऑफ कंट्रोल पर भारतीय सेना लगातार पाक की नापाक कोशिशों को रोकने और उसका जवाब देने में लगी हुई है। हालांकि इन सब के बावजूद भारत की नजर अब चीन को भी गंभीरता से ले रहा है। इसके लिए भारत चीन से सटे 4,057 लंबी लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर भी अपनी सेना बढ़ाकर मजबूत कर रही है।
एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक, एलओसी पर पाक की ओर से हो रही नियमों के उल्लंघन के बाद भारत चीन की ओर से भी रिस्क लेना नहीं चाहती है। ऐसे भारतीय सेना को लद्दाख से सटी लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर भी तैनाती की जा रही है। जहां सेना माउटेन स्ट्राइक कॉर्प्स की सहायता से चीन पर निगरानी रखी जाएगी। जहां इस पर लगभग 64 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे।
रिपोर्ट के मुताबिक, सेना माउंटेन स्ट्राइक कॉर्प्स के दूसरे डिविजन इनफेंट्री डिविजन को इस अहम काम में तैनात करने के लिए जुट गई है। जहां लद्दाख में इस साल के अंत तक युद्ध अभ्यास की भी योजना बनाई जा रही है। तो वहीं 72 इनफेंट्री डिविजन जिसका हेडक्वॉर्टर पठानकोट में है, उसको अगले 3 सालों में पूरी तरह से ऑपरेशनल बनाने की दिशा में प्रक्रिया शुरु की जा चुकी है।
अभी 72 इनफेंट्री डिविजन में केवल एक ही ब्रेगड है, लेकिन अगले 3 साल में जब डिविजन ऑपरेशनल हो जाएगा तो इसमें 3 ब्रिगेड हो जाएंगे। भारतीय सेना 17 माउंटेन स्ट्राइक कॉर्प्स की शुरुआत साल 2014 में की थी। तो वहीं रिपोर्ट के मुताबिक साल 2021 तक चलने वाले इस ऑपरेशन में लगभग 90 हजार सैनिकों को जोड़ा जाएगा। जिन्हें नए हथियार एयर डिफेंस और इंजीनियर्स ब्रिगेड्स के साथ लदाख से अरुणाचल प्रदेश तक तैनात किया जाएगा।
Bureau Report
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