दुबई: कतर पर आतंकवाद का समर्थन करने के आरोप में सऊदी अरब, बहरीन, मिस्र और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने उससे सभी तरह के कूटनीतिक संबंध तोड़ने की घोषणा की है। इन देशों ने कतर पर आतंकवाद को बढ़ावा देने के अलावा अपने आंतरिक मामलों में दखलंदाजी करने का भी आरोप लगाया है।
बाहरीन ने सोमवार को कतर के साथ रिश्ते तोड़ने के अपने फैसले की जानकारी दी। बाहरीन सऊदी अरब का करीबी सहयोगी है। गौरतलब है कि अलजजीरा कतर का ही चैनल है, इसकी रिपोर्ट को लेकर इन देशों को कई बार असहज स्थिति का सामना करना पड़ता रहा है।
सख्त शासन व्यवस्था वाले इन देशों में स्वतंत्र मीडिया और अभिव्यक्ति की आजादी के लिए के लिए कोई स्थान नहीं है। लिहाजा, अरब जगत का सबसे लोकप्रिय न्यूज चैनल अल-जजीरा हमेशा से इन देशों के निशाने पर रहा है।
हवाई व समुद्री संपर्क भी तोड़ने का ऐलान
कतर को अलग-थलग करने की रणनीति के तहत इन चारों देशों ने इसके साथ न केवल अपने कूटनीतिक और राजनयिक संबंध तोड़ लिए हैं, बल्कि हवाई व समुद्री संपर्क भी तोड़ने का ऐलान किया है।
इसके साथ ही बहरीन ने कतर में रह रहे अपने सभी नागरिकों को 14 दिन के भीतर कतर छोड़ने का आदेश दिया है, जबकि कतर के राजनयिकों को 48 घंटे के अंदर बाहरीन छोड़ने को कहा गया है। इधर, सऊदी अरब ने अपने निर्णय की जानकारी देते हुए कहा कि देश को आतंकवाद और कट्टरपंथ से बचाने के लिए यह कदम उठाना लाजमी हो गया था।
सऊदी की आधिकारिक न्यूज एजेंसी ने एक अधिकारिक सूत्र के हवाले से जानकारी दी है कि राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनजर ऐसा किया जा रहा है। इसके साथ ही सऊदी अरब ने अपने सभी मित्र राष्ट्रों और कंपनियों से भी अपील की है कि वे भी कतर के साथ सभी तरह के संपर्क तोड़ दें।
मिस्र और UAE ने भी कतर से तोड़े संबंध
बहरीन और सऊदी अरब के बाद अब मिस्र और UAE ने भी कतर के साथ सभी तरह के संबंध तोड़ने की घोषणा कर दी है। अपने इस फैसले को जायज ठहराते हुए UAE ने कहा है कि कतर पूरे पश्चिम एशिया क्षेत्र की सुरक्षा को अस्थिर करने की कोशिश कर रहा है। वहीं, मिस्र ने भी कतर पर आतंकवादी संगठनों को समर्थन देने का आरोप लगाया है।
Bureau Report
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