सीकर: खाड़ी देशों के मतभेद का असर अब सीधे कामगारों के वेतन पर आ सकता है। मतभेद लगातार चला तो कतर में कामगारों को वेतन का संकट झेलना पड़ सकता है। कतर में भारत के करीब साढ़े छह लाख तो शेखावाटी के 50 हजार से अधिक कामगार काम करते है। पिछले तीन दिनों में शेखावाटी के लोगों में चिंता का माहौल है। लोग यहां अब सामान का स्टॉक करना भी शुरू कर रहे है। हालांकि सूचना यह भी है कि कतर के शेख अब सऊदी अरब से संपर्क करने में जुट गए है। सूत्रों की माने तो वर्ष 2008 में कतर के साथ खाड़ी देशों के संबंध टूटे थे। हालांकि बाद में सब सामान्य हो गया।
22 स्टेडियम का हो रहा है निर्माण
कतर में शेखावाटी क्षेत्र के अलावा दक्षिणी राज्यों के लोग भी काम कर रहे है। यहां वल्र्डकप फुटबॉल वर्ष 2020 में प्रस्तावित है। इसके लिए कतर में 22 स्टेडियम का निर्माण किया जा रहा है। निर्माण कार्य में लगे अधिकतर कामगार शेखावाटी से है। स्टेडियम निर्माण के काम में आने वाली कच्ची सामग्री खाड़ी संकट के कारण आपूर्ति नहीं हो सकेगी। एेसे में यहां स्टेडियम का काम भी रूक सकता है। सभी स्टेडियम का काम 2018 तक पूरा करवाया जाना है।
बढ़ेगा एयर टिकट किराया
कतर से शेखावाटी में आने वाले तथा यहां से जाने वाले कामगारों को पहले जयपुर से ही एयरलाइन सर्विस मिल जाती थी। खाड़ी मतभेद के बाद अब कामगारों को जयपुर की बजाय दिल्ली जाना पड़ेगा। इसके अलावा एयर अरेबिया, गल्फ एयर, बेहरीन एयर व एतिहाद एयर की सेवाओं से कतर नहीं जा सकेंगे। कतर जाने के लिए दिल्ली से दोहा कतर एयर लाइंस, ओमान एयर लाइंस, कुवैत एयरलाइंस से सफर करना पड़ेगा। जिससे किराए में करीब 7 से 8 हजार रुपए ज्यादा लगेंगे।
अपनों की चिंता में परिजन
कतर संकट ने शेखावाटी के लोगों को भी चिंता में डाल दिया है। परिजन दो दिन से लगातार अपनों से सम्पर्क में हैं। हालांकि, सीधे तौर पर इसका कोई असर दिखाई नहीं दे रहा है, लेकिन कतर से दुबई, सऊदी अरब व बहरीन के बीच व्यापारिक वीजा पर ट्रेवल कर रहे लोगों के सामने बड़ी समस्या आ गई है।
कासली के सलीम से दिन में चार बार सम्पर्क
कासली के इमरान खान ने बताया कि उसका भाई सलीम पिछले दो वर्ष से जनान कंस्ट्रक्शन कंपनी में मेलनर्स का काम करता है। खाड़ी संकट की सूचना मिलने के बाद परिजन दिन में पांच बार सलीम से सम्पर्क साधते हैं। सलीम ने पत्रिका से दूरभाष पर बताया कि कतर में बाजारों में भीड़ बढ़ गई है। यहां लोग अब आने वाले दिनों के संकट को लेकर सामान का स्टॉक कर रहे हैं। इसके अलावा बड़ी कंपनी के प्रोजेक्ट बंद होने से यहां वेतन का भी संकट हो सकता है। परिजनों ने बताया कि घर से दूर कमाई के लिए बेटे को भेजा था। अचानक इस तरह की बात सामने आने के बाद घर के सभी लोगों में चिंता है। सलीम के अलावा कतर में सफी मोहम्मद, ईसाक खान व रफीक अहमद भी वहां कार्यरत है। उनके परिजन भी लगातार सम्पर्क में है।
इनका कहना है
खाड़ी मतभेद के बाद कतर में शेखावाटी के लोगों को अब एयर टिकट के लिए 7 से 8 हजार रुपएे अधिक देने पड़ेंगे। इसके अलावा जयपुर की बजाय दिल्ली ही पहुंच पाएंगे।
Bureau Report
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