जोधपुर: बहुचर्चित एएनएम भंवरीदेवी प्रकरण में साढ़े पांच साल से फरारी काटने के दौरान इन्द्रा बिश्नोई नर्मदा नदी के किनारे एक कोठरीनुमा कमरे में रही थी। सीबीआई के हत्थे चढऩे व रिमांड पर भेजे जाने के बाद लालसागर स्थित सीबीआई ऑफिस के हवालात में इन्द्रा की रात गुजरी। देर रात तक पूछताछ के बाद उसे हवालात में भेज दिया गया, जहां उसे सोने के लिए दरी दी गई। सुरक्षा के लिए मण्डोर थाने की दो महिला सिपाही हवालात के बाहर तैनात रही।
जान का खतरा व काले जादू का डर
सीबीआई ने इन्द्रा को चौहाबो के सेक्टर 14 स्थित मारवाड़ अपार्टमेंट में मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया तब इन्द्रा ने खुद की जान को खतरा व ब्लैक मैजिक यानि काले जादू के डर की आशंका जताई थी। उसने यह साफ नहीं किया कि जान का खतरा किससे है।
सूत्रों के अनुसार इन्द्रा को शनिवार रात दाल व रोटी परोसी गई। उसने आराम से खाना खाया और फिर हवालात में फर्श पर सोई। कुछ देर तक तो उसे नींद नहीं आई, लेकिन मध्यरात्रि बाद वह सोती दिखी। रविवार सुबह सीबीआई ऑफिस में ही नहाने के बाद उसे नाश्ते में होटल से चाय व सैण्डविच लाकर खिलाया गया। दोपहर में भी उसे रोटी के साथ सब्जी परोसी गई। इन्द्रा ने रविवार सुबह नहाने के बाद साधू संतों वाली साड़ी की जगह सलवार कमीज पहन लिए। उसका भतीजा सलवार कमीज लेकर आया था।
आत्मविश्वास से लबरेज है इन्द्रा
साढ़े पांच साल तक इन्द्रा भले ही पहचान बदलकर जोधपुर से दूर रही हो, लेकिन उसके बोलने व बात करने का अंदाज अभी भी पुराना ही है। सीबीआई कार्यालय पहुंचने तक इन्द्रा आत्मविश्वास में नजर आ रही थी।
Bureau Report
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