यंगून: म्यांमार की सेना का एक विमान दक्षिणी तटीय शहर मेइक से यंगून की उड़ान के दौरान बुधवार को लापता होने के बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान में सैनिकों और उनके पारिवारिक सदस्यों तथा विमानकर्मियों सहित 120 लोग सवार थे।
दुर्घटनाग्रस्त इस विमान का मलबा नजदीक में ही समुद्र में पाया गया। तलाशी अभियान के दौरान विमान का मलबा समुद्र में मिला।
सैन्य विमान के लापता होने की खबर सेना प्रमुख के कार्यालय और हवाई अड्डा सूत्र ने दी थी। विमान में सैनिक और उनके परिजनों समेत 100 से ज्यादा लोग सवार थे। विमान दक्षिणी शहर मेइक से यंगून जा रहा था।
म्यांमार के दक्षिणी समुद्र तट के करीब दोपहर 1.35 बजे उससे संपर्क खत्म हो गया था। म्यांमार के अधिकारियों के मुताबिक, एटीसी से विमान का संपर्क खत्म होने के बाद से नौसेना के जहाज और विमान तलाश में जुटे थे। दावेई शहर से करीब 218 किलोमीटर की दूरी पर समुद्र में इस विमान के टुकड़े पाए गए हैं।
म्यांमार के सैन्य प्रवक्ता के मुताबिक, विमान में अधिकतर महिलाएं और बच्चे सवार थे। शुरुआत में विमान में सवार लोगों की संख्या को लेकर विरोधाभासी जानकारी मिली थी। बाद में सेना प्रमुख कार्यालय के कमांडर ने बताया कि सैनिक और उनके परिवार समेत 106 यात्री थे।
इसके अलावा चालक दल के 14 सदस्य भी उसमें सवार थे। हादसे का शिकार विमान वाई-8एफ-200 चीन निर्मित था। म्यांमार की सेना सामान्यतया इसे माल ढोने के लिए इस्तेमाल करती है।
पश्चिमी देशों के प्रतिबंध लगने के बाद म्यांमार की पूर्व सैनिक जुंता सरकार ने चीन से कई विमान खरीदे थे। हालांकि सेना ने कहा कि दुर्घटनाग्रस्त विमान पिछले साल मार्च में मिला था। इस विमान ने 809 घंटे की उड़ान भरी थी।
Bureau Report
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