भीम: स्वच्छ भारत मिशन का असर अब उपखण्ड के ग्रामीण क्षेत्रों में दिखने लगा है। इसके चलते जागरूक ग्रामीण हो या महिलाएं अपने स्तर पर हर तरह से घरों में शौचालय के निर्माण को लेकर दबाव बनाने लगे हैंं। इसका ताजा उदाहरण केसरपुरा के मामले के रूप में सामने आया है, जिसमें एक विवाहिता ने सिर्फ इसलिए गौने की रस्म से इंकार किया कि उसके ससुराल में शौचालय की सुविधा नहीं है।
फिर क्या था ससुराल पक्ष के लोगों ने आनन-फानन में शौचालय का निर्माण शुरू करवा दिया। ग्राम पंचायत लगेतखेड़ा के केसरपुरा निवासी सैहजाज पुत्र सायरा को उस समय झटका लगा जब उसकी पत्नी ने घर में शौचालय के अभाव में गौने की रस्म पूरी कर ससुराल आने से ही इंकार कर दिया। पत्नी ने मुकलावा रस्म से पहले घर में शौचालय बनवाने की मांग रख दी। इसके बाद युवक के पिता ने घर में शौचालय निर्माण का कार्य हाथों-हाथ शुरू करवा दिया है।
इस रोचक मामले की जानकारी मंगलवार को विकास अधिकारी डॉ. प्रकाश सिरसाट एवं सरपंच लक्ष्मणसिंह के सानिध्य में हुई स्वच्छ भारत मिशन की कार्यशाला में भी दी गई। बीडीओ सिरसाट ने ग्रामीणों से एसबीएम को लेकर चर्चा की व गांव को खुले में शौच मुक्त कराने का आह्वान किया। उन्होंने पीईईओ सुमनबाला, गोपालसिंह, नीरज जैन सहित एएनएम को 15-15 शौचालय बनवाने का लक्ष्य भी दिया।
Bureau Report
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