जयपुर:मालासर मेंएनकाउंटर में मारे गए 5लाख के इनामीगैंगस्टर आनंदपाल का 16दिन बाद भीअन्तिम संस्कार नहीं हो पायाहै। इससे संक्रमण फैलने कीआशंका है। पुलिस का कहना हैकि परिजनों ने चार-पांचदिन में अन्तिम संस्कार नहींकिया तो जनहित में हाईकोर्टसे इजाजत मांगी जाएगी। गौरतलबहै कि गत 24 जूनको एसओजी, पुलिसऔर कमांडो ने आनन्दपाल को घेरातो उसने फायरिंग शुरू कर दीथी। आखिर एनकाउंटर में वह मारागया था। इसके बाद 16 दिनमें दो बार पोस्टमार्टम होचुका है लेकिन परिजन शव काअंतिम संस्कार करने को राजीनहीं हुए हैं। परिजन और अन्यलोग एनकाउंटर को फर्जी बतातेहुए सीबीआई जांच सहित अन्यमांगों पर अड़े हैं।
डी-फ्रीजरमें रखाहै शव
दोबारापोस्टमार्टम के बाद परिजनोंने बिना डी-फ्रीजरशव रखा तो नागौर पुलिस ने नोटिसदिया था। इसे शव का अपमान बतातेहुए जन स्वास्थ्य के लिए घातककरार दिया था। इस पर परिजनोंने डी-फ्रीजरकी व्यवस्था की।
पुलिस,विशेषज्ञपसोपेश में
पहलेप्रशासन ने परिजनों को नोटिसदिया था। दोबारा पोस्टमार्टमके बाद परिजनों ने शव ले तोलिया लेकिन अंतिम संस्कार अबतक नहीं किया है। इसे लेकरपुलिस अधिकारी और कानून केविशेषज्ञ भी पसोपेश में हैं।विशेषज्ञों के अनुसार देशमें अभी तक एेसा कोई प्रावधानदेखने में नहीं आया है कि अपनेपास रखे शव का अन्तिम संस्कारकरने में परिजन देर करें तोपुलिस उनसे शव लेकर खुद अंतिमसंस्कार करा दे।
खतराबरकरार
एसएमएसमेडिकल कॉलेज के फोरेंसिकएक्सपर्ट के अनुसार चार-पांचदिन के बाद शव खराब होने लगताहै। बर्फ या डी-फ्रीजरमें रखने से शव अकड़ जाता हैलेकिन संक्रमण का खतरा कम नहींहोता। दस-पन्द्रहदिन के बाद शव में बैक्टीरियापनप जाते हैं, जोआसपास के लोगों को संक्रमणकी चपेट में ले सकते हैं। जबकिआनंदपाल के शव का तो दो बारपोस्टमार्टम हो चुका है औरकई घंटे तक बिना डी-फ्रीजरके रखा था।
– परिजनोंसे बातचीत जारी है। चार-पांचदिन में अंतिम संस्कार नहींकिया तो जनहित में हाईकोर्टमें रिट लगाकर अंतिम संस्कारकी अनुमति मांगी जाएगी|
Bureau Report
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