जयपुर: प्रदेश के कई हिस्सों में बरसात का दौर लगातार जारी है। इस बीच मुख्यमंत्री बाढग्रस्त ज़िलों के दौरे पर आज सुबह जयपुर से रवाना हुईं। सीएम हैलीकॉप्टर से पाली, सिरोही, जालोर और बाडमेर जिलों में हवाई सर्वेक्षण करेंगी। मुख्यमंत्री के साथ आपदा प्रबंधन सचिव हेमंत गेरा समेत आला अधिकारी मौजूद रहेंगे।
वहीं प्रभावित जिलों के कलक्टर, विधायक व प्रभारी मंत्री भी बाढ प्रभावित जिलों में लगातार दौरे कर प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेज रहे है। इधर, बाढ प्रभावित जिलों में राहत पहुंचाने के लिए सचिवालय में उच्च स्तरीय बैठक होगी जिसमें बाढ से हुए नुकसान का आंकलन कर केन्द्र सरकार को राहत पैकेज देने के लिए प्रस्ताव भेजा जाएगा।
पायलट का भी दो दिन तक दौरे का कार्यक्रम
राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट भी आज से दो दिन जोधपुर, जालोर एवं सिरोही जिलों के दौरे पर रहेंगे। यहां पर वह बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेंगे। मंगलवार को रानीवाड़ा, भीनमाल, सिरोही पहुंचकर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेंगे।
संकट बरकरार, कई लोग अब भी फंसे
बाड़मेर जिले में बीस घंटे से बारिश का भय थमा तो नदी का डर अब कई गांवों के लिए संकट बन गया है। जवाई बांध के गेट खोलने और लूणी नदी का बहाव तेज होने से बालोतरा, सिणधरी, गुड़ामालानी और धोरीमन्ना क्षेत्र के करीब तीस से अधिक गांवों के घिरने की आशंका है। जिसके चलते करीब 15 हजार लोग मुश्किल में फंसे हैं।
प्रशासनिक अमला अभी नदी की वजह से बंद हुए रास्तों से लोगों को निकालने में जुटा है। लोग जगह-जगह फंसे हुए है, लेकिन 70 प्रतिशत ग्रामीणों ने गांव नहीं छोड़ा है। जिले में बालोतरा में लूणी नदी का बहाव रविवार को चार फीट बढ़ गया। सिणधरी में नदी बारह फीट के उफान पर है। शनिवार रात को 90 के करीब लोगों को गुड़ामालानी में निकाला। 29 लोगों को रविवार को गादेवी में रेस्क्यू किया गया। उधर कवास में बारिश कम होने से फिलहाल संकट टल गया है, लेकिन ग्रामीणों का अभी वहां से निकाला जा रहा है।
जवाई के तीन गेट से अब भी निकासी
पाली जिले में पिछले एक सप्ताह से अधिक समय से चल रहा बरसात का दौर रविवार को थम गया। उधर सुमेरपुर क्षेत्र में स्थित जवाईबांध के तीन गेट से अब भी पानी की निकासी की जा रही है। इस बीच रविवार को लाखोटिया तालाब व लोर्डिया बांध ओवरफ्लो होने से पाली शहर की 10से अधिक कॉलोनियों में पानी भर गया।
जालोर: सात उपखंडों में बाढ़
जालोर में बारिश कम होने के बावजूद जिले के सातों उपखंड क्षेत्रों में बाढ़ के हालात बने हुए हैं। जिले में अब तक दस मौतें हुई हैं और पांच सौ को रेस्क्यू किया गया है। जालोर शहर में करीब एक हजार लोगों ने सार्वजनिक जगहों पर शरण ले रखी है। जिले में करीब 80 फीसदी फसल खराब होने का अनुमान है। नर्मदा मुख्य नहर 25 जगह से टूट चुकी है। जिले के पांच बांध ओवरफ्लो हैं।
15,000 लोगों पर अभी भी संकट बाड़मेर जिले में 433 मिमी बारिश हुई अब तक बाड़मेर जिले में 656.90 मिमी बारिश हुई है अब तक पाली जिले में.
Bureau Report
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