नर्इदिल्ली: राजद सुप्रीमाे लालू प्रसाद यादव की बेटी आैर राज्यसभा सांसद मीसा भारती के खिलाफ मनी लाॅन्डिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (र्इडी)ने बड़ी कार्रवार्इ की है। मीसा भारती के दिल्ली स्थित तीन ठिकानों पर छापा मारा है। मीसा भारत के खिलाफ ये पहला मामला नहीं है जब वे विवादों में रही हैं। इससे पहले भी कर्इ बार वो विवादों में रह चुकी हैं। वहीं मीसा नाम रखे जाने की कहानी भी कम दिलचस्प नहीं है।
175 करोड़ की संपत्ति की कुर्क
एक हजार करोड़ रुपए की कथित बेनामी संपत्ति मामले में आयकर विभाग ने उनकी करीब 175 करोड़ रुपए की संपत्ति को कुर्क किया था। इसके बाद वे अपने पति के साथ आयकर विभाग के समक्ष पेश हुर्इ। मीसा भारती के गिरफ्तार सीए राजेश अग्रवाल ने र्इडी के सामने शेल कंपनी के जरिए एक करोड़ 20 लाख रुपए के कालेधन को सफेद बनाने की बात को स्वीकार किया था। उसने बताया था कि इस राशि से दिल्ली के बिजवासन में एक फार्म हाउस खरीदा गया था। खरीदी संपत्तियों में से कुछ की कीमत 100 करोड़ रुपए से भी ज्यादा बतार्इ जा रही है।
हाॅवर्ड यूनिवर्सिटी काॅन्फ्रेंस को लेकर विवाद
7 मार्च 2015 को हाॅवर्ड यूनिवर्सिटी में इंडिया काॅन्फ्रेंस हुर्इ। मीसा भारती को आमंत्रण मिला लेकिन वो आॅडियंस के तौर पर था। हालांकि उनकी डायस पर लेक्चर देती एक तस्वीर वायरल हो गर्इ, जिसे मीसा के हाॅवर्ड में भाषण देने के तौर पर प्रचारित किया गया। हालांकि हाॅवर्ड यूनिवर्सिटी ने इसका खंडन जारी किया।
टाॅप करने पर उठे सवाल
इससे पूर्व मीसा भारती के काॅलेज टाॅप करने पर भी सवाल उठे हैं। उन्होंने 2000 में पटना मेडिकल काॅलेज से एमबीबीएस किया। वे बैच में टाॅपर रहीं। उस वक्त विपक्ष ने इसे लेकर सवाल उठाए। हालांकि बाद में ये मामला ठंडे बस्ते में चला गया।
नाम के पीछे है ये कारण
मीसा लालू प्रसाद यादव की सबसे बड़ी बेटी हैं। जब मीसा का जन्म हुआ तो आपातकाल के उस दौर में लालू प्रसाद यादव जेल में थे। यही कारण था कि लालू ने अपनी बड़ी बेटी का नाम नाॅन मेंटेनेंस आॅफ इंटरनल सिक्योरिटी एक्ट (मीसा) के नाम पर रखा। उस वक्त लालू हमेशा कहते थे कि ये सिर्फ मेरी बेटी नहीं बल्कि आंदोलन की बेटी है। हालांकि लोग ये भी कहते हैं कि बिहार के पहले मुख्यमंत्री श्रीकृष्ण सिंह ने लालू की बेटी का नाम मीसा भारती रखा था।
Bureau Report
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