जयपुर: पांच लाख रुपए के इनामी गैंगस्टर आनंदपाल सिंह के एनकाउंटर के बाद भी पुलिस अफसरों की सांसें अटकी हुई हैं। एनकाउंटर की सीबीआई जांच और अन्य मांगों को लेकर 14 दिन बाद भी आनंदपाल के शव का अंतिम संस्कार नहीं किया गया है। उसके गांव सांवराद से लेकर पुलिस मुख्यालय और गृहमंत्री के आवास तक बैठकों का दौर जारी है। वहीं आनंदपाल को तलाशने से एनकाउंटर तक के 22 महीनों के सफर में राजस्थान पुलिस 15 करोड़ रुपए खर्च कर चुकी है और अब उसका अंतिम संस्कार नहीं होने से यह आंकड़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा है।
22 महीने चला सर्च ऑपरेशन
3 सितंबर 2015 को करीब बारह बजे जब आनंदपाल को पेशी पर नागौर ले जाया जा रहा था इस दौरान वह अपने साथियों के साथ फरार हो गया था। जिसके बाद पुलिस मुख्यालय तक में खलबली मच गई। अजमेर रेंज आईजी मालिनी अग्रवाल समेत रेंज के तमाम अफसर उसकी तलाश में जुटे, लेकिन बात नहीं बनी। जांच और तलाश का दायरा बढ़ते-बढ़ते इतना बढ़ गया कि एसओजी, एटीएस, ईआरटी, क्यूआरटी समेत सात पुलिस टीमों का गठन किया गया। इन टीमों में प्रदेश भर के काबिल बारह आईपीएस, बीस आरपीएस और कई इंस्पेटर लगाए गए। पूरी टीम में 150 पुलिसकर्मी शामिल किए गए। उसके बाद आनंदपाल की तलाश का काम जो शुरू हुआ वो उसके एनकाउंटर पर जाकर खत्म हुआ। केस से जुड़े पुलिस अफसरों और कर्मियों ने 22 महीने में हरियाणा, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और पंजाब तक की कई बार यात्रा कर ली है।
45 लाख रुपए के तो पंपलेट–पोस्टर छापे
राजस्थान पुलिस की साख का सवाल बने आनंदपाल पर खर्च के लिए सरकार ने खजाना खोल दिया। पुलिस की लगातार हो रही किरकिरी के चलते ही आनंदपाल की तलाश में ही करीब 45 लाख रुपए खर्च किए गए। 30 लाख रुपए तो सीधे विज्ञापन, पोस्टर और बैनर पर ही खर्च किए गए। साथ ही करीब पंद्रह लाख रुपए सोशल मीडिया के जरिए खर्च हुए। पिछले दिनों पुलिस मुख्यालय ने केस से जुड़े अफसरों से जब खर्च का ब्यौरा मांगा तो सामने आया कि पेट्रोल-डीजल और अन्य खर्च पर 35 लाख रुपए का खर्च सामने आया। केस से जुडे़ पुलिस अफसरों की पगार पर ही हर महीने करीब सत्तर लाख रुपए खर्च हुए हैं। 22 महीने में अफसरों और पुलिसकर्मियों को पंद्रह करोड़ चालीस लाख रुपए पगार बांटी गई है।
107 से ज्यादा लोग प्रदेशभर में अरेस्ट
आनदंपाल और उसकी गैंग को शरण, हथियार, सुविधाएं, वाहन और अन्य तरह से मदद देने के मामले में अब तक राजस्थान पुलिस प्रदेश भर से 107 लोगों को अरेस्ट कर चुकी है। इनमें से करीब 35 से ज्यादा तो छोटे बड़े अपराधी हैं। उसे शरण देने और भगाने में सहयोग करने वाले 52 लोगों को भी पुलिस ने हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान से अरेस्ट किया है। आनदंपाल की मदद करने के आरोप में राजस्थान पुलिस के 18 पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। तीन इंस्पेक्टर्स और पंद्रह पुलिसकर्मियों को 16 और 17 सीसीए के नोटिस दिए गए हैं।
Bureau Report
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