नईदिल्लीः नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता फारुक अब्दुल्ला के विवादित बयान की कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आलोचना की है. उन्होंने कहा है कि कश्मीर देश का अभिन्न अंग है. दरअसल कश्मीर मामले पर नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता फारुक अब्दुल्ला ने तीसरे पक्ष की वकालत की थी.फारुक ने कश्मीर मामले में चीन और अमेरिका द्वारा मध्यस्थता करने की बात कही. मीडिया से बात करते हुए जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप खुद कई बार कह चुके हैं कि वो कश्मीर मामले में मध्यस्थता की बात कह चुके है, जबकि हमने उनसे ऐसी कोई बात नहीं कही है. वहीं चीन भी चाहता है कि वो इस मामले में मध्यस्थ की भूमिका निभाए.
राहुल गांधी ने शुक्रवार को संसद की कार्यवाही में हिस्सा लेने के लिए जाते वक्त कहा कि कश्मीर हमारा आंतरिक मामला है और किसी भी मसले के हल के लिए किसी तीसरे पक्ष की आवश्यकता नहीं है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी लगातार इस बात को उठा रही है. फारुक के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए राहुल गांधी ने कहा कि जो कहा जा रहा है कि “चीन से या पाकिस्तान से कश्मीर का डिस्कशन होना चाहिए, कश्मीर भारत है और भारत कश्मीर है”
राहुल गांधी ने कहा “ये हमारा आंतरिक मामला है, इसमें किसी और को कुछ लेना-देना नहीं है.”
उधर जम्मू-कश्मीर के डिप्टी सीएम निर्मल सिंह ने भी फारुक अब्दुल्ला के बायन की निंदा की. निर्मल सिंह ने कहा “मैं उनके बयान की निंदा करता हूं, अब्दुल्ला साहब को याद दिलाना चाहता हूं कि जब वो सीएम थे तो वो हमेशा पाकिस्तान पर हमला करने की बात करते थे. अब दोहरा रवैया क्यों ”
निर्मल सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री कश्मीर के हालात की खुद निगरानी कर रहे हैं. प्रधानमंत्री चाहते हैं कि जम्मू-कश्मीर के लोग समृद्ध हो और राज्य में शांति का माहौल हो.
गौरतलब है कि आज फारुक अब्दुल्ला ने कहा कि कश्मीर मुद्दे पर बातचीत करने के लिए दोस्तों का इस्तेमाल किया जा सकता है. उन्होंने कहा, ‘ट्रंप ने खुद कहा था कि मैं कश्मीर समस्या का समाधान चाहता हूं. लेकिन हमने उनसे नहीं कहा. चीन ने भी कश्मीर मसले को लेकर मध्यस्थता की पेशकश की थी’
Bureau Report
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