अयोध्या: योगी आदित्यनाथ बुधवार को अयोध्या का दौरा करेंगे। यूपी का सीएम बनने के बाद 4 महीने में उनका यहां दूसरा दौरा है। योगी यहां परमहंस रामचंद्र दास की श्रद्धांजलि सभा में हिस्सा लेंगे। इस दौरान वे यहां करीब ढाई घंटे रहेंगे।
31 मई को अयोध्या पहुंचे थे योगी
इससे पहले योगी आदित्यनाथ सीएम बनने के बाद 31 मई को पहली बार अयोध्या पहुंचे थे। उस वक्त यहां उन्होंने पूजा अर्चना की थी। बता दें, बीते 26 सालों में अयोध्या जाकर पूजा अर्चना करने वाले योगी आदित्यनाथ पहले सीएम हैं। उनसे पहले 1991 में उस वक्त के सीएम कल्याण सिंह ने अयोध्या में पूजा-पाठ किया था।
ये है योगी आदित्यनाथ का प्रोग्राम
दोपहर 12 बजे सरयू नदी के किनारे चौधरी चरण सिंह घाट पर बनी परमहंस रामचंद्र दास की समाधि पर पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि देंगे। दोपहर करीब 12.15 बजे वे समाधि स्थल से दिगंबर अखाड़ा के लिए रवाना होंगे। 12.30 बजे से 1.30 बजे तक वे दिगम्बर अखाड़े में होने वाली श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करेंगे।
इसके बाद वे दिगम्बर अखाड़े में आयोजित भंडारे के प्रोग्राम में शामिल होंगे। दोपहर 2 बजे वे फैजाबाद हवाईपट्टी से लखनऊ के लिए रवाना हो जाएंगे।
समाधि पर कब्जे को लेकर विवाद
परमहंस रामचंद्र दास की जिस समाधि पर योगी श्रद्धांजलि देने पहुंच रहे हैं, उस पर कब्जे को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। दरअसल, ये विवाद परमहंस रामचंद्र दास के ही दो शिष्यों के बीच है।
एक तरफ परमहंस रामचंद्र दास के उत्तराधिकारी और दिगंबर अखाड़े के महंत सुरेश दास हैं। दूसरी तरफ रामचंद्र दास के शिष्य नारायण मिश्र हैं। दोनों पक्ष समाधि वाली जगह पर अपनी दावेदारी जता रहे हैं।
नारायण मिश्र का कहना है कि 26 जुलाई 2003 को परमहंस रामचंद्र दास के निधन के बाद से उनकी समाधि की देखरेख ढंग से नहीं हो पा रही थी। उन्होंने 2015 में यहां कमरा बनवाकर पूजा-पाठ शुरू करवाई, लेकिन अब महंत सुरेश दास उन्हें यहां से हटाना चाहते हैं।
दूसरी तरफ सुरेश दास का कहना है कि उनके गुरु दिगंबर अखाड़े के महंत थे। लिहाजा उनकी समाधि पर अखाड़े का हक है। नारायण मिश्र का उस पर कोई हक नहीं है।
Bureau Report
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